सऊदी अरब : लॉकडाउन में ढील, क्या मुसलमान कर पाएंगे पवित्र हज यात्रा?

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कोरोना का कहर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। इस बीच लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है।

हालाकि कि, दुनियाभर में कोरोना से निबबटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन में धीर-धीरे छूट दी जा रही है। इस बीच काफी लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि, मुस्लिम समुदाय के लोग क्या इस बार पवित्र हज यात्रा कर सकेंगे।

आपके इन्हीं सवालों का जवाब के लिए हमने तैयार की है ये खास रिपोर्ट जिसमें आपको सऊदी अरब में 31 मई के बाद से मक्का को छोड़कर पूरे देश से कर्फ्यू खत्म कर दिया जाएगा।

मक्का में कर्फ्यू खत्म करने का फैसला 21 जून से लागू होगा. इस कदम से स्पष्ट है कि हज यात्रा पर बढ़ते कोरोना मामलों के बीच अभी भी सवालिया निशान लगा हुआ है।

31 मई के बाद से कर्फ्यू खत्म कर दिया जाएगा। हालांकि अभी भी उमरा हज की इजाजत नहीं होगी। मक्का में 21 जून तक 24 घंटे कर्फ्यू रहेगा। 21 जून के बाद से यहां नमाज पढ़ने की अनुमति होगी।

इसके अलावा पूरे किंगडम में 31 मई के बाद से घरेलू विमानों पर लगी रोक और मस्जिदों में नमाज पर प्रतिबंध भी हटा दिया जाएगा।

लोगों को सभी कंपनियों के ऑफिस में काम पर जाने की अनुमति भी होगी।इससे पहले सऊदी अरब ने हज पर जाने वाले तीर्थयात्रियों से कहा है कि वे अपनी बुकिंग में कोई जल्दबाज़ी न करें क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से अनिश्चितता बनी हुई है।हर सवाल का जवाब मिलेगा।

हज मामलों के मंत्री मोहम्मद सालेह बंतेन ने कहा है कि सऊदी अरब हाजियों की सुरक्षा को लेकर फ़िक्रमंद है और लोगों से उन्होंने गुज़ारिश की है कि वे अपनी बुकिंग को लेकर किसी भी तरह की कोई जल्दबाज़ी न दिखाएं।

इस साल जुलाई और अगस्त के महीने में मक्का और मदीना में बीस लाख तीर्थयात्रियों के पहुंचने की संभावना थी।

कोरोना वायरस के संक्रमण के ख़तरे को देखते हुए ऐतिहातन उमरा यात्रा भी बंद है।
यहां तक की मक्का, मदीना और राजधानी रियाद के लोगों पर भी उमरा करने पर पाबंदी जारी है।

आपको बता दैे सउदी असर में 78000 केस सामने आ चुके हैं तो वहीं 425 लोगों की मौत हो चुकी है।

सउदी में सबसे ज्यादा केस मक्का से आये हैं। जिसको देखते हुए मक्का को अभी बंद रखने की बात सामने आयी है।