सऊदी अरब: शासक खानदान से नहीं है खुश जनता और उलेमा ए कराम!

   

वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरू ने सऊदी अरब के आले सऊद शासन पर बहुत ही कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि “आले सऊद, यहूद की तरह हैं यह नारा अब पूरी दुनिया के मुसलमानों का नारा बन चुका है।”

समाचार एजेंसी तसनीम की रिपोर्ट के मुताबिक़, वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरू मौलाना आमिर शहज़ाद ने कहा है कि सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान मुस्लिम देशों को आपस में टकराकर अमेरिका और इस्राईल की योजनाओं को कामयाब बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने यमन में जारी युद्ध की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि मुझे नहीं पता के मुसलमान यह बात कैसे भूल गए हैं कि यमनी जनता वही है जिसके लिए स्वयं पैग़म्बरे इस्लाम ने प्रार्थना की थी।

मौलाना आमिर शहज़ाद ने कहा कि यमन युद्ध में अगर कोई सबसे बड़ा दोषी है तो वह बिन सलमान है। उन्होंने कहा कि सऊदी युवराज, सऊदी अरब की तमाम धन दौलत को, जो वह हज, ज़ियारत और उमरे के माध्यम से कमा रहे हैं, केवल और केवल मुसलमानों के ख़ून बहाने पर उड़ा रहे हैं।

मौलाना आमिर शहज़ाद ने कहा कि कितने अफ़सोस की बात है कि पूरी दुनिया का मुसलमान न जाने कितने कष्ट सहकर हज के लिए पैसे इकट्ठा करता है, लेकिन आले सऊद इन्ही पैसों से पूरी दुनिया और विशेषकर यमन के मुसलमानों का ख़ून बहा रहा है।

वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरू मौलाना आमिर शहज़ाद ने कहा कि, मैं पूरी दुनिया के मुसलमानों और उन सभी मानवताप्रेमी लोगों से अपील करता हूं कि वह इस बारे में सोचें कि सऊदी अरब जैसी पवित्र धरती, किसी एक गुट या विशेष मत या परिवार की नहीं है बल्कि यह धरती दुनिया के सभी मुसलमानों की विरासत है।

उन्होंने कहा कि हम सबको आगे आना होगा और एक अत्याचारी परिवार, जो मुसलमानों की विरासत को अपने परिवार की जायदाद समझ रहा है, उससे उसको वापस लेना होगा।

मौलाना शहज़ाद ने कहा कि क्या हम सबको शर्म नहीं आनी चाहिए कि जिस देश के लोगों के लिए पैग़म्बरे इस्लाम ने दुआ की “हे ईश्वर यमन में तू अपनी कृपा बनाए रख” उस देश के लोगों का मुसलमानों के पैसों से ही जनसंहार किया जा रहा है।