सऊदी अरब: सरकार का विरोध करने वाली महिलाओं के साथ जेल में गैर इस्लामी तरीका अपनाया जा रहा है!

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अमरीकी समाचारपत्र वाॅशिंग्टन पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि सऊदी अरब में महिला राजनैतिक बंदियों को काल कोठरी में रखे जाने के अलावा उन्हें पाश्विक ढंग से यातनाएं दी जाती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब में साहित्य की मशहूर उस्ताद और महिला अधिकारों के लिए काम करने वाली हातून अलफ़ासी को महिलाओं के विरुद्ध भेदभाव के ख़िलाफ़ संघर्ष करने के आरोप में जेल में डाल दिया गया है।

parstoday.com के अनुसार, वाॅशिंग्टन पोस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान ही इस देश में दमन की नीति के सूत्रधार हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि महिला राजनैतिक बंदियों को बड़े भयावह व निर्मम ढंग से यातनाएं दी जाती हैं।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सऊदी अरब में सरकारी मीडिया भी इस बात की कोशिश करता है कि समाज में इन महिलाओं की छवि को ख़राब करके पेश करे जबकि अब तक किसी भी अदालत में इन महिलाओं के ख़िलाफ़ कोई भी अपराध साबित नहीं हुआ है।

पिटाई, वाॅटर बोर्डिंग, बिजली का झटका और बलात्कार सऊदी अरब की जेलों में महिलाओं को दी जाने वाली यातनाओं में शामिल है। एमनेस्टी इंटरनेश्नल ने भी अपनी अनेक रिपोर्टों में सऊदी अरब की जेलों में बंदियों व राजनैतिक कार्यकर्ताओं विशेष कर महिला बंदियों के साथ अमानवीय व हिंसक रवैये की ओर से सचेत किया है।