सरकार चाहे जिसकी रहे, बेकसूर मुसलमानों को फंसाने का सिलसिला जारी रहा है?

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मध्य प्रदेश में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई सांप्रदायिक झड़प के बाद जिले में तनाव बढ़ गया है । ये झड़प खुजनेर शहर में गणतंत्र दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी। एक समूह का कहना है कि झड़प इसलिए हुई थी क्योंकि सम्मेलन में शामिल कुछ लोगों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। वहीं दूसरे समूह का कहना है कि ये लड़ाई दो लोगों के बीच पुराने विवाद को लेकर हुई।

अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, मुस्लिम नेता अजीज मौला का कहना है, “मुस्लिमों को फंसाया जा रहा है। मुस्लिमों के हथियार रखने के दावे का बावजूद न तो किसी ने कोई सबूत पेश किया और न ही वीडियो और फोटो।

हमारे बच्चे भी कार्यक्रम में शामिल हुए थे और बाकियों की तरह डरे हुए हैं। हमारे पास ऐसी रिपोर्ट आई हैं कि मुस्लिम विक्रेताओं को कई गांवों से वापस भेजा जा रहा है।”

खुजनेर पुलिस का कहना है कि उन्हें ऐसे कई लेटर मिल रहे हैं। सभी को कहीं भी काम करने का अधिकार है, संविधान में इस तरह के प्रतिबंधों को मंजूरी नहीं दी गई है। कोई भी किसी को कोई बिजनेस करने से रोक नहीं सकता। साथ ही धर्म के आधार पर किसी को कहीं प्रवेश करने से भी रोका नहीं जा सकता।