सर्वदलीय बैठक के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि कश्मीर में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। कश्मीर के लिए सबसे बुरा वक्त है। तीस साल में कभी अमरनाथ यात्रा नहीं रोकी गई। भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती से घाटी के लोग घबराए हुए हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं दोनों देशों से अपील करता हूं (भारत और पाकिस्तान) कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
National Conference leader Farooq Abdullah after an All Party meet in Srinagar: I appeal to both the countries, India & Pakistan not to take any step that may accelerate the tension between the two countries. pic.twitter.com/9ay7E5v8nq
— ANI (@ANI) August 4, 2019
उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सभी पक्ष सभी हमलों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की पहचान, स्वायत्तता और विशेष दर्जे की रक्षा और बचाव के अपने संकल्प में एकजुट होंगे।