साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को बताया देशभक्त, BJP ने की भर्त्सना

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नाथूराम गोडसे को आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकी बताए जाने के कमल हासन के बयान पर सियासी संग्राम छिड़ गया है. राजनेता और ऐक्टर कमल हासन पर भोपाल सीट से बीजेपी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने पलटवार किया है. नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताते हुए वह बोलीं कि, जो लोग सवाल उठा रहे हैं, उन्हें इस बार चुनाव में जवाब मिल जाएगा.

नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के यह बयान देने के कुछ ही देर बाद उनकी पार्टी ने इससे किनारा कर लिया है। उल्टा बीजेपी ने साध्वी के बयान कड़ी की भर्त्सना की है। इसको लेकर वो पार्टी के अंदर ही घिर गई हैं. गुरुवार (16 मई, 2019) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पार्टी प्रवक्ता जी.वी.एल.नरसिम्हा राव ने कहा, साध्वी प्रज्ञा के बयान से बीजेपी सहमत नहीं है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. इस मामले में पार्टी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से स्पष्टीकरण मांगेगी. उनको अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.’
इससे पहले, साध्वी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और आगे भी रहेंगे। दरअसल, अभिनेता से नेता बने मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) संस्थापक कमल हासन ने यह कह कर नया विवाद खड़ा कर दिया था कि आजाद भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था। यह बात उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के संदर्भ में कही थी।

इसी पर और भगवा आतंकवाद; के मसले पर गुरुवार को प्रचार के दौरान एक पत्रकार ने साध्वी से सवाल दागा। जवाब में उन्होंने कहा, नाथूराम गोडसे देश भक्त थे, हैं और रहेंगे। उन्हें आतंकवादी बोलने वाले अपने गिरेबान में झांक कर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जबाव दे दिया जाएगा।

साध्वी प्रज्ञा सिंह इससे पहले भी अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर चुकी हैं. इससे पहले उन्होंने मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ‘ हेमंत करकरे ने मुझे गलत तरीके से फंसाया था. मैंने उनको बता दिया था कि तुम्हारा पूरा वंश खत्म हो जाएगा, वो अपने कर्मों की वजह से मुंबई हमले के दौरान मर गए.’ हेमंत करकरे मुंबई एटीएस के चीफ थे और मुंबई हमलों के दौरान वह आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हो गए थे.

भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा द्वारा दिए गए बयान से खुद को अलग कर लिया था. बीजेपी ने बयान जारी कर कहा था, ‘भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मानना है कि हेमंत करकरे आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे. बीजेपी ने उनको हमेशा शहीद माना है. जहां तक साध्वी प्रज्ञा के बयान का विषय है, तो वह उनका निजी बयान है. उन्होंने यह बयान वर्षों तक हुई शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के कारण दिया गया होगा.