सीरिया की गंभीर आर्थिक स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष आधिकारिक रिपोर्ट सामने आई

   

संयुक्त राष्ट्र, 24 जून । मानवीय मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र के कार्यवाहक अवर महासचिव, रमेश राजसिंघम ने सुरक्षा परिषद को सीरिया में गंभीर आर्थिक स्थिति, पानी की कमी और कोविड महामारी से हालात गंभीर होने की जानकारी दी है।

उन्होंने बुधवार को एक ब्रीफिंग में परिषद को बताया कि सीरिया में दैनिक जीवन मुश्ेिकल होता जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पूरे सीरिया में कीमतें रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बनी हुई हैं और सामान और सेवाएं पाना दुर्लभ होता जा रहा हैं।

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ने हाल के महीनों में उत्तर पश्चिमी सीरिया में बच्चे और कम उम्र में विवाह में वृद्धि देखी है।

उन्होंने कहा कि खराब स्थितियों के कारण कई परिवारों ने अपनी बेटियों की शादी बहुत कम उम्र में कर दी है।

मई में, एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में पाया गया कि जनसंख्या का बढ़ता प्रतिशत बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँचने में चुनौतियों का सामना कर रहा है।

राजसिंघम ने कहा कि सीरिया पानी की गंभीर कमी का सामना कर रहा है, खासकर पूर्वोत्तर में।

यूफ्रेट्स बेसिन में पानी की कमी की हालत सबसे खराब है। उन्होंने कहा कि दूरगामी प्रभावों के साथ, अगर पानी का स्तर कम हो जाता है, तो तिशरीन और तबका बांध बिजली पैदा करना बंद कर देंगे।

लगभग 55 लाख लोगों को पीने के पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है। 30 लाख लोग, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, बिजली तक की पहुंच खो सकते हैं।

संभावित दीर्घकालिक परिणाम गंभीर हैं, उन्होंने सभी संबंधित पक्षों से समाधान खोजने का आग्रह किया।

इस बीच, कोविड 19 संचरण दर अधिक है, वास्तविक प्रसार की संभावना आधिकारिक रिकॉर्ड से अधिक है।

उन्होंने कहा कि पहले से ही कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। सामग्री और प्रशिक्षित कर्मियों की कमी की सूचना जारी है।

पूरे सीरिया में टीकाकरण चल रहा है।

अब तक 97,000 से अधिक लोगों को सरकार नियंत्रित क्षेत्रों और पूर्वोत्तर में अपनी पहली खुराक मिल चुकी है।

लेकिन पहली कोवैक्स डिलीवरी सीरिया के लगभग 0.5 प्रतिशत लोगों के लिए ही पर्याप्त है। उन्होंने चेतावनी दी कि वितरण पूरी आबादी के केवल 20 प्रतिशत को कवर करेगी।

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