सुन्दर चीन, सुन्दर भारत ऑनलाइन फोटो प्रदर्शनी आयोजित

   

बीजिंग, 8 दिसंबर । 8 दिसंबर को सुन्दर चीन, सुन्दर भारत ऑनलाइन फोटो प्रदर्शनी पेइचिंग स्थित चीनी विदेशी भाषा ब्यूरो में आयोजित हुई। चीनी विदेशी भाषा ब्यूरो के प्रधान तू चानयुआन, चीन जन मैत्री संघ के अध्यक्ष लिन सोंगथ्येन, भारतीय उद्योग व वाणिज्य संघ के सीईओ अतुल डालाकोटी आदि ने प्रदर्शनी की अनावरण रस्म में हिस्सा लिया और भाषण भी दिये।

भारत स्थित चीनी राजदूत स्वन वेइतोंग ने वीडियो भाषण में कहा कि आदान-प्रदान और आपसी सबक लेना सभ्यताओं के विकास की मांग है। केवल दूसरी सभ्यताओं के साथ सीखने से जीवित शक्ति बरकरार रखी जा सकती है। चीन और भारत को खुले विचारों से एक दूसरे से सीखने में बुद्धिमता पानी चाहिए और सभ्यताओं के आदान-प्रदान को आगे बढ़ाना चाहिए, ताकि दो सभ्यताएं निरंतर विकास और प्रगति कर सकें।

चीनी विदेशी भाषा ब्यूरो के प्रधान तू चानयुआन ने अपने भाषण में कहा कि चीन और भारत हजार वर्षों का आदान-प्रदान करने का इतिहास होने वाले मैत्रीपूर्ण पड़ोसी देश हैं। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ में द्विपक्षीय संबंध हवा और तूफान में खड़े हुए हैं। हमें द्विपक्षीय संबंधों की यथार्थ समस्याओं को महत्व देते हुए अच्छी तरह हल करना चाहिए। हमें दोनों देशों की सभ्यताओं की आवाजाही और आपसी सबक लेने के इतिहास से जवाब पाना चाहिए। भारतीय दर्शनशास्त्र में मानव समाज के सहअस्तित्व और मानव जाति व प्रकृति के सामंजस्य पर जोर दिया जाता है। यह चीन द्वारा प्रवर्तित मानव साझे भाग्य वाले समुदाय की भावना से मिलती-जुलती है, जो चीन-भारत सहयोग के लिए प्रेरणा देती है।

न्यू साऊथ एशिया फॉरम के संस्थापक सुधीन्द्र कुलकर्णी ने वीडियो भाषण में कहा कि हिमालय पर्वत ने विश्व में सबसे महान दो सभ्यताएं पैदा की हैं, साथ ही भारत की प्रमुख नदियां गंगा नदी व सिन्धु नदी और चीन की प्रमुख नदियां यांगत्सी नदी व पीली नदी भी पैदा की हैं। हमें भारत-चीन मैत्री को मूल्यवान समझना चाहिए, सहयोग को आगे बढ़ावा देना चाहिए। दोनों देशों के बीच आवाजाही सिर्फ सरकारी स्तर पर नहीं सीमित रखनी चाहिए, बल्कि लोगों के बीच आदान-प्रदान अति महत्वपूर्ण है। इस प्रदर्शनी ने भारत-चीन मैत्री के लिए एक प्लेटफार्म की तैयारी की है।

गौरतलब है कि इस बार की ऑनलाइन फोटो प्रदर्शनी में कुल 120 से अधिक फोटो प्रदर्शित किये जाऐंगे। यह प्रदर्शनी 2021 के 8 मार्च तक चलेगी।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

— आईएएनएस