सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या पर सुनवाई से सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को मिल रही है राहत

   

नई दिल्ली : उच्चतम न्यायालय में इस समय अयोध्या विवादित जमीन मामले की नियमित सुनवाई हो रही है। इस सुनवाई ने सहारा समूह के अध्यक्ष सुब्रत रॉय सहारा को राहत की सांस दी है। लगभग आठ महीने से वह अदालत के सामने पेश नहीं हुए हैं। 2012 के आदेश के अनुसार वह 25,781 करोड़ रुपये जमा करने से चूके हैं जिसकी सुनवाई होनी है। उनके मामले को अदालत में सूचीबद्ध नहीं किया गया है। इस तरह उन्हें व्यक्तिगत पेशी से छूट मिल गई है।

सहारा के 3 करोड़ जमाकर्ताओं के धन को न लौटाने से जुड़ा मामला

इस साल 31 जनवरी को सीजेआई रंजन गोगोई और जस्टिस ए. के. सिकरी व जस्टिस संजय किशन कौल ने सुब्रत रॉय को 28 फरवरी को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को कहा था। यह मामला सहारा के 3 करोड़ जमाकर्ताओं के धन को न लौटाने से जुड़ा हुआ है। 31 अगस्त 2012 को सुप्रीम कोर्ट ने सहारा को जमाकर्ताओं की पूंजी को ब्याज सहित मार्केट रेग्युलेटर सेबी के पास जमा करने का आदेश दिया था। अपने आदेश का पालन न होने पर 14 मार्च 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने सहारा चीफ सुब्रत रॉय और सहारा ग्रुप के 2 अन्य डायरेक्टरों को अवमानना के लिए जेल भेज दिया। रॉय मई 2016 तक जेल में रहे थे। कोर्ट ने उन्हें शर्तों के साथ जमानत दे दी थी।

सहारा ने 25,781 करोड़ रुपये में से 5,781 करोड़ रुपये की किस्त जमा नहीं की है

इस साल 31 जनवरी को सेबी के वकील प्रताप वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि सहारा ने 25,781 करोड़ रुपये में से 5,781 करोड़ रुपये की किस्त जमा नहीं की है। इसके बाद कोर्ट ने रॉय को 28 फरवरी को उन्हें व्यक्तिगत तौर पर पेश होने का आदेश दिया। बाद में कोर्ट ने 28 फरवरी की सुनवाई रद्द कर दी लेकिन सहारा चीफ को कड़ी फटकार लगाई।

सहारा का मामला सूचीबद्ध ही नहीं

इस बीच 6 मार्च को जस्टिस सिकरी रिटायर हो गए, इस वजह से सीजेआई को नई बेंच गठित करनी होगी। सहारा का मामला सूचीबद्ध ही नहीं हुआ। नई बेंच बनती उससे पहले ही सीजेआई की अध्यक्षता वाली बेंच राफेल फाइटर जेट की सुनवाई में व्यस्त हो गई जो मार्च से लेकर 10 मई तक चली, जब बेंच ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। गर्मियों की छुट्टी के बाद जब कोर्ट दोबारा खुला तो सीजेआई की अगुआई वाली बेंच अयोध्या मामले की सुनवाई में बिजी हो गई। 17 अक्टूबर तक अयोध्या मामले की सुनवाई चलेगी। बाद में 28 अक्टूबर से 2 नवंबर तक सुप्रीम कोर्ट में दीपावली की छुट्टियां रहेंगी। 17 नवंबर को सीजेआई रंजन गोगोई रिटायर होने वाले हैं और तबतक अगर सहारा का मामला सूचीबद्ध नहीं हुआ तो अगले सीजेआई ही इसके लिए नई बेंच का गठन करेंगे।