सोनू निगम को मारना चाहते थे बाला साहेब ठाकरे- निलेश राणे

,

   

पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे निलेश राणे ने स्वर्गीय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे पर काफी सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उनके इस आरोप से राजनीति में काफी खलबली मच गई है। राणे का कहना है कि बालासाहेब ने बॉलीवुड के जाने माने सिंगर सोनू निगम की हत्या की साजिश रची थी। उनके अनुसार, शिवसेना नेता आनंद दिघे की मृत्यु के लिए भी बालासाहेब ही जिम्मेदार थे।

‘एबीपी माझा’ न्यूज चैनल के अनुसार, राणे शिवसेना सांसद विनायक राउत के इस आरोप पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि नारायण राणे के राजनीतिक जीवन के 10 सालों में 9 लोग मारे गए थे। इसी आरोप पर बोलते हुए निलेश राणे ने सीधा बालासाहेब ठाकरे पर ही निशाना साध दिया। राणे ने कहा, ‘हमने राजनीति करते समय बालासाहेब के बारे में कभी कुछ गलत बात नहीं की, पर मेरे पिता पर गंदे आरोप लगाए जाते हैं, तो मुझे भी बालासाहेब के बारे में आपको बताना ही होगा।’

निलेश राणे ने कहा, ‘बालासाहेब सोनू निगम को जान से मारना चाहते थे। बालासाहेब के कहने पर शिवसैनिंको ने ऐसा प्रयास भी किया था। ठाकरे परिवार और सोनू निगम का क्या नाता था यह बोलने के लिए मुझे मजबूर ना करें।’ उन्होंने कहा, ‘आनंद दिघे की हत्या की साजिश कैसे हुई थी? बालासाहेब ठाकरे के कर्जत के फार्म हाउस पर किसकी-किसकी मृत्यु हुई, मैं सब सार्वजनिक रूप से बताऊंगा, ऐसा करने लिए मुझे मजबूर ना करे।’

राणे ने कहा कि आधा सच तो जयदेव ठाकरे ने कोर्ट में ही बता दिया है। जो जयदेव ठाकरे ने कहा है वह मुझे जनसभा में बोलने के लिए मजबूर न करें, अगर मैंने बोला तो स्मारक छोड़ ही दो, ठाकरे परिवार के शरीर पर कपड़े नहीं बचेंगे। लोग ही यह स्मारक होने नहीं देंगे।’ उन्होमे कहा, ‘हमें अपनी मर्यादा पता है। पर विनायक राउत ने अपनी मर्यादा लांघी है और इसी वजह से मुझे बोलना पड़ रहा है। नारायण राणे का बालासाहेब के प्रति जो प्यार है वह आज भी कम नहीं हुआ है। पर वह कभी इस बात को बता नहीं सके।

क्या कहा था विनायक राउत ने नारायण राणे के खिलाफ?

राउत ने कहा था, ‘नारायण राणे के 10 साल के राजनीतिक जीवन में उन 9 लोगों की जान किसने ली? हिम्मत है तो नारायण राणे इसका जबाब दे। हमारी निष्ठा धन पर नहीं है, हमारी निष्ठा स्वार्थ पर नहीं है। हालांकि हमें कुछ नहीं दिया गया तो भी शिवसेना पर हमारा विश्वास है। बालासाहेब के प्रति जो विश्वास है वह हमने कहीं पर बेचा नहीं है। वह हमारे दिल में है।’