सोमनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार की छत उड़ी : गुजरात के मंत्री ने कहा, ये कुदरती आफत भला हम क्या कर सकते हैं

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अहमदाबाद : मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान वायु गुजरात के तटीय इलाकों से 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से टकराने के उम्मीद है। हवाएं तेज चल सकती हैं। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सरकार द्वारा सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है और हालात पर पूरी नजर रखी जा रही है। वहीं प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर क्षेत्र में हवा की रफ्तार काफी तेज हो गई है और तेज हवाओं के चलते मंदिर के प्रवेश द्वार की छत उड़ गई है। फिर भी गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर को अभी भी बंद नहीं किया गया है और वहां आरती की जाएगी। जब इस बारे में गुजरात सरकार के मंत्री भूपेन्द्रसिन्ह चौदसमा से जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मंदिर बंद नहीं किया जा सकता। ये कुदरती आफत है हम क्या कर सकते हैं।

भूपेन्द्रसिन्ह चौदसमा ने आगे कहा कि ये कुदरती आफत है, कुदरत ही रोक सकती है, कुदरत को हम क्या रोकेंगे! हमने पर्यटकों से अपील की है कि वह मंदिर ना आएं, लेकिन आरती की जाएगी, क्योंकि कई सालों से इसे बंद नहीं किया गया है।


बता दें कि चक्रवाती तूफान वेरावल, पोरबंदर, द्वारका के पास से होकर गुजरेगा, जिससे इन इलाकों में भारी बारिश और तेज आंधी आने की आशंका है। गुजरात सरकार ने हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 52 टीमों को तैनात किया है, साथ ही सेना के तीनों अंगों और कोस्ट गार्ड को भी अलर्ट पर रखा गया है।

चक्रवाती तूफान के चलते गुजरात में यातायात व्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। संभावित आपदा को देखते हुए रेलवे ने 70 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 28 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है। गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने कहा कि प्रभावित इलाकों से 2 लाख 75 हजार से ज्यादा लोगों को हटाया जा चुका है। समुद्री तट पर होने वाली सभी गतिविधियों पर विराम लगा दिया गया है।