सोरेने सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में लिया बड़ा फैसला- इस मामले के सभी केस खत्म होंगे

   

झारखंड की नई हेमंत सोरेन सरकार ने शपथ लेने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में 2017-2018 के पाथलगढ़ी आंदोलन में जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए थे, उन सभी केसों को वापस लेने का फैसला किया है। पिछली रघुवर दास सरकार के दौरान छोटा नागपुर और संथाल परगना टीनेंसी एक्ट में संशोधन के प्रयासों का विरोध करने वाले जिन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे, उन्हें भी वापस ले लिया गया है।

विधानसभा सत्र छह जनवरी से

झारखंड की नई कैबिनेट ने आगामी छह जनवरी से विधानसभा का सत्र तीन दिनों के लिए बुलाने का फैसला किया है। राज्य की गवर्नर द्रौपदी मुर्मू छह जनवरी को सुबह 11.30 बजे उद्घाटन भाषण देंगी। झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। नियमित विधानसभा स्पीकर चुने जाने तक वह सदन की कार्यवाही का संचालन करेंगे।

कैबिनेट ने ये भी फैसले लिए

सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिटने में उनके तीन मंत्रियों ने हिस्सा लिया। सोरेने और उनके मंत्रियों ने आज सुबह शपथ ली थी। कैबिनेट ने पैरा टीचर्स, अनुबंधित कर्मचारियों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और छात्रों के वजीफे के बकाए के भुगतान का भी फैसला किया है। नई सरकार ने सभी विभागों में खाली पदों को भरने के लिए निर्देश दिए हैं। हर जिले में यौन अपराधों के मामलों के जल्दी निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने का भी फैसला किया गया है।

हेमंत सोरेन ने सुबह ली थी शपथ

झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। हेमंत सोरेन दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। वे राज्य के 11वें मुख्यमंत्री होंगे। हेमंत सोरेन के अलावा कांग्रेस और आरजेडी के भी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। पूर्व विधानसभा स्पीकर और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर ओरांव और राजद विधायक सत्यानंद भोकता ने मंत्री के रूप में शपथ ली।

विपक्षी दलों ने दिखाई एकजुटता

सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह के बहाने देश भर की विपक्षी पार्टियों की एकजुटता भी यहां दिखाई दी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और असम के पूर्व सीएम तरूण गोगोई भी शपथ ग्रहण समारोह में नजर आए।

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने हेमंत सोरेन को दोपहर लगभग 2 बजे स्थानीय मोरहाबादी मैदान में आयोजित समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं हेमंत सोरेन के अलावा कांग्रेस के विधायक आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव और आरजेडी विधायक सत्यानंद भोक्ता ने हेमंत सोरेन के साथ मंत्री पद की शपथ ली है। इससे पहले झारखंड विधानसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन के नेता सोरेन ने अपने सहयोगी दलों कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेताओं और विधायकों के साथ 24 दिसंबर की रात राज्यपाल से मुलाकात कर 50 विधायकों के समर्थन से राज्य में अपनी सरकार के गठन का दावा पेश किया था।