इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने अमरीका को सचेत किया है कि ईरान से युद्ध शुरु करना, अमरीका और इस्राईल के लिए आत्महत्या के समान होगा।
विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने अमरीकी टेलीवीजन चैनल एनबीसी से बात करते हुए कहा कि पिछले चालीस वर्षों के दौरान ईरान पर अमरीका का दबाव हमेशा ही विफल रहा है क्योंकि ईरानी राष्ट्र से आत्मनिर्भर रहा है।
श्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने क्षेत्र और दुनिया में सऊदी अरब की कार्यवाहियों की ओर संकेत किया और कहा कि सऊदी अरब अमरीका की इच्छा से पूरी दुनिया में चरमपंथ का समर्थन करता है और इन कार्यवाहियों से केवल मध्यपूर्व में रक्तपात और संकट पैदा होता है।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने सीरिया में ईरान की उपस्थिति के बारे में कहा कि जब तक दमिश्क़ तेहरान से यह इच्छा व्यक्त करता रहेगा कि आतंकवाद और चरमपंथ से मुक़ाबले के लिए सीरिया में रहो तो इस्लामी गणतंत्र ईरान तब तक सीरिया में बना रहेगा।
दूसरी ओर उन्होंने ट्वीट करके कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान हमेशा ही परमाणु समझौते, मादक पदार्थों और मनुष्य की तस्करी के बारे में दुनिया की मूल सुरक्षा की क़ीमत अदा नहीं कर सकता। उन्होंने म्यूनिख़ सुरक्षा कांंफ़्रेंस के बारे में कहा कि अब समय आ गया है कि यूरोप, अमरीका के एकपक्षीयवाद से मुक़ाबले की क़ीमत चुकाए।