हरीश राव और के टी आर को कैबिनेट में शामिल ना करने की असल कहानी!

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हैदराबाद: तेलंगाना कैबिनेट में आज विस्तार हुआ है जिसमें 10 मंत्रियो को शपथ दिलाया गया। शपथ लेने वाले मंत्री में दो अहम लीडर्स शामिल नहीं हैं ये चीफ़ मिनिस्टर चंद्रशेखर राव के बेटे के टी रामा राव और भांजे हरीश राव हैं चीफ़ मिनिस्टर ने इन दोनों को कैबिनेट में शामिल ना करते हुए राज्य भर की जनता को हैरत में डाल दिया है लेकिन राजनीतिक क्षेत्रों में के टी रामा राव और हरीश राव को कैबिनेट में शामिल ना करने की वजह दूसरी बताई जा रही है वो ये कि पिछ्ली सत्ता की कैबिनेट में चीफ़ मिनिस्टर चंद्रशेखर राव ने इन दोनों को शामिल किया था जिस पर अप्पोज़ीशन ने काफ़ी एतराज़ किया था और परिवार के स भी सदस्यों को कैबिनेट में शामिल करने और तेलंगाना की गठन का एक ही ख़ानदान को फ़ायदे होने के आरोप किए थे। बताया जाता है कि अप्पोज़ीशन के अलावा टी आर एस लीडर्स में भी एक ही परीवार की लोगों पर नाराज़गी पाई जाती है उसे महसूस करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने इस बार बेटे और भांजे को कैबिनेट में शामिल नहीं किया। दोनों को कैबिनेट में शामिल ना करने के बावजूद भी अप्पोज़ीशन का ये कहना है कि ये दोनों कैबिनेट में ना रहते हुए भी सरकारी काम अंजाम दे सकते हैं और अधिकारी भी इन दोनों का हुक्म बजा लाते हैं इन दोनों का आदेशों के प्रभावशाली आंकड़ों में होता है।