हर कोई व्हाट्सएप पर कॉल क्यों कर रहा है? क्योंकि मन भय से भरा है: पायलट

   

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले 5 साल के कार्यकाल के दौरान राजनीति में डर का माहौल है। हर कोई अब अपने मोबाइल पर बात करने में डरता है। इसकी जगह लोग वॉट्सऐप और लैंडलाइन का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह बात कांग्रेस नेता और राजस्थान के डिप्टी सचिन पायलट ने कही। वे इंडियन एक्सप्रेस की ओर से शुक्रवार को मुंबई में आयोजित ‘एक्सप्रेस अड्डा’ कार्यक्रम में मौजूद थे। यहां पायलट ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में असली चुनौती ‘नकारात्मकता’ और ‘डर के माहौल’ से लड़ने की है।

सचिन पायलट ने कहा, ‘‘हर 5 साल बाद देश में लोकसभा चुनाव होते हैं और हर पार्टी दावा करती है कि वह सबसे बेहतर है। हम हमेशा सोचते हैं कि हम सबसे ज्यादा पाक साफ थे, लेकिन पिछले 5 साल में हुए बदलाव ही सबसे बड़ी चुनौती होते हैं। ऐसी संस्थाएं या चीजें, जो हमने की हैं। वे कभी भी हमारी राजनीति का हिस्सा नहीं थीं। उस लाइन को कई बार पार किया गया है।’’

सचिन पायलट ने कहा, ‘‘आज हम डर के माहौल और नकारात्मकता से लड़ रहे हैं, लेकिन मैं इसे उत्पीड़न नहीं कहूंगा। लेकिन निसंदेह यहां एक अलग ताकत है। क्यों सभी वॉट्सऐप कॉल पर बात कर रहे हैं? लोग एक-दूसरे से मोबाइल पर बात नहीं करते हैं। वे आपको वॉट्सऐप या लैंडलाइन से कॉलबैक करते हैं, क्योंकि डर उनके दिमाग में बस गया है। यह एक ऐसी धारणा है, जिसे इस सरकार ने क्रिएट कर दिया है। अब हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अगले 5 साल इस तरह के माहौल से राहत मिले। ऐसे में हमारे पास ममता बनर्जी, मायावती समेत कई विकल्प हैं। वे अपनी पार्टी के साथ ही सफलता हासिल कर सकते हैं, लेकिन कुछ बेहतर करने के लिए हम सब एक साथ काम कर रहे हैं।’’

26 फरवरी की एयर स्ट्राइक में मरने वाले आतंकियों की संख्या पर कांग्रेस के सवालों को लेकर सचिन पायलट ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें वायु सेना और भारत सरकार की बात पर विश्वास है कि एयर स्ट्राइक हुई, लेकिन सवाल उन दावों पर हैं, जो बीजेपी के कुछ नेता कर रहे हैं। हमारी वायु सेना क्या कहती है, हम विश्वास करते हैं। भारत सरकार जो कहती है, हम उस पर विश्वास करते हैं। लेकिन बीजेपी के कुछ नेता वायु सेना का हवाले देकर दावे कर रहे हैं, जिन पर हमें विश्वास नहीं है। वे अफवाहें फैला रहे हैं। यह एक ऐसा पहलू है, जिस पर मैं सवाल उठाऊंगा।’’

बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों के महागठबंधन पर सचिन पायलट ने विश्वास जताया। उन्होंने कहा, ‘‘2019 लोकसभा चुनाव के दौरान देश में नई सरकार बनेगी और नया प्रधानमंत्री मिलेगा। एनडीए सरकार रोजगार से संबंधित उम्मीदें पूरी करने में हर तरह से असफल साबित हुई है। वहीं, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में भी फेल हो गई। आज सरकार 7 प्रतिशत विकास दर का दावा कर रही है, लेकिन क्या ऐसा है? मुंबई जैसे शहर में लोग खुश नहीं नजर आ रहे हैं। यहां नौकरियां नहीं हैं। लोग देश से बाहर जा रहे हैं। इसके बावजूद सरकार सीना ठोंककर दावा कर रही है। जमीनी हकीकत काफी अलग है।’’

3 राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत को पायलट ने बीजेपी की नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि इन तीनों हार से बीजेपी की विफलता सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी एक बात क्रेडिट देने के सवाल पर पायलट बोले, ‘‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके स्टेमिना के लिए क्रेडिट देता हूं। देश के प्रधानमंत्री के रूप में मैं उन्हें वह पूरा सम्मान देता हूं, जो एक प्रधानमंत्री को देना चाहिए। हालांकि, बीजेपी के एक नेता के रूप में मैं उनका विरोध करता हूं।’’ कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ काम करने को लेकर सचिन पायलट ने कहा, ‘‘वह काफी अनुभवती नेता हैं। कई बार हम दोनों की सोच एकदम अलग होती है, लेकिन इससे कोई समस्या नहीं है।’’

बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस का कार्यक्रम ‘एक्सप्रेस अड्डा’ बातचीत की एक श्रृंखला है, जिसके तहत ऐसे लोगों से चर्चा की जाती है, जो बदलाव के केंद्र में हैं। इसी कड़ी में इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका और एक्सप्रेस की नेशनल ओपिनियन एडिटर वंदिता मिश्रा ने सचिन पायलट के साथ बातचीत की। दलाई लामा, नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, फिल्म निर्माता करन जौहर और कैंसर विशेषज्ञ व लेखक सिद्धार्थ मुखर्जी भी इस कार्यक्रम में गेस्ट बन चुके हैं।

साभार: जनसत्ता