हसीना ने 1971 मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को याद किया

   

ढाका, 27 सितंबर । बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को 1971 में देश के मुक्ति संग्राम में भारत के योगदान को याद किया, जिसके तहत तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान एक स्वतंत्र देश बना था।

उन्होंने यह बात भारतीय उच्चायुक्त रीवा गांगुली दास के समक्ष उनके आधिकारिक आवास गानाभवन में कही।

गांगुली ने यह भी कहा कि भारत के लोग और सभी राजनीतिक पार्टियों ने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम को अपार समर्थन दिया और साथ ही हम पड़ोसी देश के साथ ऐतिहासिक लैंड बाउंड्री समझौते को भी समर्थन देते हैं।

भारतीय राजदूत ने हसीना को यह भी बताया कि दोनों देशों के विदेश मंत्री मंगलवार को संभवत: वर्चुअली वार्ता करेंगे।

उन्होंने साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र उन्हें सौंपा, जिसमें उनके 74वें जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दी गई हैं।

हसीना ने मोदी और गांगुली दोनों को उन्हें शुभकामनाएं देने के लिए शुक्रिया कहा।

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए दोनों देशों के बीच बेहतर सहयोग की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश अपनी सुविधा के हिसाब से बांग्लादेश के चट्टग्राम, सियालहाट और सैयदपुर एयरपोर्ट का प्रयोग कर सकते हैं।

हसीना ने कहा, हमारी विदेश नीति सबके साथ दोस्ती और किसी के साथ दुश्मनी नहीं है। हम हमेशा सोचते हैं कि पड़ोसी देशों के साथ बेहतर सहयोग क्षेत्र के विकास के लिए जरूरी है।

प्रधानमंत्री और भारतीय उच्चायुक्त ने बैठक में द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की, जहां हसीना की मुख्य सचिव डॉ. अहमद कईकौस और ढाका में भारत के उप उच्चायुक्त बिश्वदीप डे भी मौजूद थे।

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