हाथरस गैंगरेप: सफ़दरजंग अस्पताल के बाहर प्रदर्शन जारी

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हाथरस गैंगरेप मामले में पीड़िता के परिजन आज़ाद समाज पार्टी नेता चंद्रशेखर के साथ सफ़दरजंग अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठे हैं.

परिजनों का ये कहना है कि पीड़िता का शव उनके पास नहीं है और वो अपनी मांगे पूरी होने तक उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.

वहीं, हाथरस के एसपी विक्रांत वीर ने बीबीसी को बताया है कि यूपी पुलिस की एक टीम दिल्ली में मौजूद है. पीड़िता का शव टीम के पास है और परिजनों से बातचीत की जा रही है.

उनका कहना था कि शव को हाथरस लाकर अंतिम संस्कार कराया जाएगा.

एसपी के मुताबिक़ सुरक्षा के मद्देनज़र पीड़िता के गांव में पुलिस बल तैनात किए गए हैं. एहतियात के तौर पर सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.

पीड़िता के परिवार का कहना था कि उसकी जीभ कट गई थी और वो बोल नहीं पा रही थी.

वहीं बीबीसी से बात करते हुए एसपी विक्रांत वीर ने कहा कि पीड़िता की जीभ को किसी भी तरह के हथियार से नहीं काटा गया था. मीडिया और सोशल मीडिया में चलाई जा रही रिपोर्टें भ्रामक हैं.

उन्होंने ये भी कहा कि मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने वाली टीम ने अभी गैंगरेप को लेकर स्पष्ट राय नहीं दी है, फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतेज़ार किया जा रहा है.

हालांकि चारों गिरफ्तार अभियुक्तों पर गैंगरेप की धारा ही लगाई गई है.

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक़ पीड़िता की मौत के बाद मुक़दमे में हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पीड़िता की हालत में सुधार होने के बाद पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए थे जिसके बाद ही गैंगरेप की धारा मुक़दमे में जोड़ी गई थी.

उन्होंने कहा, पीड़िता ने पुलिस टीम को बोलकर और इशारों में अपना बयान दर्ज कराया था.

दिल्ली से आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट किया है कि उन्होंने पीड़िता के परिवार से बात की है जो कह रहे हैं कि उनकी बेटी की लाश गायब कर दी गई है.