हैदराबाद में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC) के खिलाफ दिल्ली के शहीन बाग (Shaheen Bagh) जैसे विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही महिलाओं को हैदराबाद पुलिस ने अनुमति देने से इनकार किया है। बता दें की मीर आलम ईदगाह पर विरोध प्रदर्शन शुरू होने के एक दिन पहले पुलिस ने रविवार को स्पष्ट किया कि कार्यक्रम के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई थी।
25 जनवरी और 26 जनवरी को पुराने शहर में दारुल शिफा मैदान में विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं ने धरने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस ने इस आधार पर अनुमति देने से इनकार कर दिया कि डाबरपुरा मंडल में उपचुनाव के लिए चुनाव आचार संहिता लागू है । जेएसी ने बाद में कार्यक्रम को 27 जनवरी और 28 जनवरी के लिए स्थगित कर दिया था।
जेएसी के संयोजक मुश्ताक मलिक ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने उन्हें मीर आलम ईदगाह में कार्यक्रम स्थल को स्थानांतरित करने के लिए कहा।
मलिक ने कहा कि “मिलियन मार्च” के शांतिपूर्ण आयोजन के बावजूद, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए थे, शांतिपूर्ण कार्यक्रमों के आयोजन में पुलिस सहयोग नहीं कर रही थी। जेएसी नेता ने कहा कि पुलिस शांतिपूर्ण विरोध को दबाने की कोशिश कर रही है।