हैदराबाद में 70 रुपये किलो तो कई शहरों में बढ़े टमाटर के दाम

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बरसात का सीजन शुरू होने के साथ टमाटर फिर लाल हो गया है। देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाके में टमाटर शुक्रवार को 70 रुपये प्रति किलो बिक रहा था। बरसात में फसल खराब होने से टमाटर की आवक घट जाने के कारण कीमतों में तेजी से उछाल आया है।

बीते एक महीने में टमाटर के दाम थोक दाम में 10 गुना तक की वृद्धि हुई है। एक महीने पहले दिल्ली की आजादपुर मंडी में टमाटर का भाव जहां 1.25 रुपये से लेकर 4.75 रुपये प्रति किलो चल रहा था, वहां शुक्रवार को थोक भाव 6.44 रुपये प्रति किलो था। दिल्ली-एनसीआर में टमाटर का भाव गुरुवार को 80 रुपये किलो तक उछला। ग्रेटर नोएडा में खुदरा टमाटर 50.70 रुपये प्रति किलो बिक रहा था।

वहीं देश के अन्य शहरों  में भी टमाटर के दाम तेजी से बढ़े है । हैदराबाद में भी टमाटर के दाम बढ़ गये हैं । यहां टमाटर 65 से 70 रुपये प्रतिकिलों  तक बिक रहे हैं । लखनऊ में भी कमोबेश यहीं हाल है, यहां भी टमाटर के दाम 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गये है। देश के अन्य प्रदेशों का भी कुछ ऐसा ही हाल है । ज्यादातर शहरों में टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं । जो आम आदमी की जेब पर भारी पड़ रहा है ।

वही अच्छी खबर ये है कि अगले सप्ताह से हिमाचल प्रदेश से नई फसल की आवक जोर पकड़ने वाली है। जिसके बाद कीमतों में गिरावट आ जाएगी।  इस समय दिल्ली में 90 फीसदी आवक हिमाचल प्रदेश से हो रही है। जबकि 10 फीसदी आवक हरियाणा और कर्नाटक से हो रही है।

कोरोना काल में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण होटल, रेस्तरां, कैंटीन और ढाबा बंद रहने के कारण टमाटर, प्याज समेत तमाम हरी सब्जियों की खपत बीते महीनों के दौरान घट गई थी । जिससे जिससे कीमतों में काफी गिरावट आई। टमाटर का थोक भाव एक रुपया प्रति किलो से भी कम हो गया था।

दिल्ली स्थित चैंबर ऑफ आजादपुर फ्रूट्स एंड वेजीटेबल्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एम. आर. कृपलानी की माने तो बरसात में फसल खराब होने के कारण आवक कम हो रही है। उन्होंने कहा कि किसान पहले दाम कम होने के कारण परेशान थे और अब फसल खराब होने से परेशान हैं।