बसपा सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव 2019 को जीतने के लिए अखिलेश यादव की पार्टी सपा से गठबंधन किया है। यूपी में बसपा को 38 व सपा को 37 सीट मिली है।
बसपा ने प्रत्याशियों की सूची को लेकर मंथन तेज कर दिया है, जिसकी जल्द घोषणा हो सकती है। बीएसपी ने मुस्लिम, पिछड़ो, दलित के साथ सर्वण वोटरों को साधने की कवायद में जुट गयी है।
SP minders admit shift to BJP in last 10 days in #UP2017 but count on cushion of 50 seats and BSP cutting only 10% of Muslim vote
— barkha dutt (@BDUTT) February 27, 2017
बसपा सुप्रीमो मायावती जानती है कि पीएम नरेन्द्र मोदी व अमित शाह को चुनाव में पटखनी देनी है तो यूपी में ध्रुवीकरण से बचना होगा। इसके लिए समाज के सभी वर्ग को उनकी हिस्सेदारी देनी होगी।
At 10, Muslims may form big block of BSP LS candidates | @sandiplimbachia https://t.co/i35duAcssC
— Sandip Limbachiya 😈 (@slimbachiya7) March 6, 2019
बीएसपी की 38 सीटों में से 10 सीटे आरक्षित है जबकि बची हुए 28 सीटो पर सामान्य प्रत्याशी चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों की माने तो सामान्य सीटों में 9 पर बीएसपी ब्राह्मण प्रत्याशी उतार सकती है जबकि 10 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की तैयारी है।
बची हुई अन्य सीटों को अन्य जाति के लोगों को प्रत्याशी बनाया जायेगा। बीएसपी को चुनाव जीतने के लिए दलितों , मुस्लिम व यादव के साथ सर्वण व पिछड़ी जाति के अन्य वोटरों की जरूरत है इसलिए उनको प्रतिनिधित्व देने के लिए प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
बीएसपी में शामिल अंसारी बंधुओं पर सबकी निगाहे लग गयी है। बाहुबली मुख्तार अंसारी, अफजाल अंसारी व अब्बास अंसारी तीनों लोकसभा चुनाव लडऩे की तैयारी में है।
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, बसपा से कितना टिकट मिलता है इस पर तय होगा कि अंसारी बंधु को कितना टिकट मिलता है। यदि बीएसपी १० सीटों पर ही मुस्लिमों को चुनाव लड़ाती है तो अंसारी बंधुओं की परेशानी बढ़ सकती है और अंसारी परिवार को मनमाफिक टिकट मिलना कठिन हो जायेगा।