डायमंड नगरी सूरत को किसी की नज़र लग गई हो ऐसा लग रहा है। पिछले एक साल से हीरे के कई छोटे – बड़े उद्योग मंदी के कारण बंद हो रहे हैं। कई हीरे के उद्योग बंद होने के बाद 15000 हीरे के कारीगर बेरोजगारी का सामना कर रहे है।
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, फिलहाल कई हीरे के कारीगरों की हालत ऐसी है कि वे घर का गुजारा कैसे चलाए उन्हें समझ नहीं आ रहा। वहीं कई हीरे के कारीगर सूरत छोड़ अपने गांव लौट गए है।
सूरत के हीरे देश समेत पूरे विश्व में प्रख्यात है। यहां दुनिया के 10 में से 9 हीरे तैयार किये जाते हैं. देश विदेश के लोग यहां व्यापार करने आते हैं जिससे लाखों हीरे के कारीगर अपने घर का गुजारा चलाते हैं. हालांकि, हीरे के व्यापार को भी नज़र लग गई हो ऐसा लग रहा है।
क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार के कारण यह उद्योग ठप हो गया है। पिछले एक साल की बात करें तो अनगिनत छोटे बड़े हीरे के उद्योग मंदी के कारण बंद हो गए हैं जिसके बाद से हजारों हीरे के कारीगर बेरोजगार हो गए हैं और घर का गुजारा चलाने के लिए विकल्प की खोज कर रहे हैं।
हीरा उद्योग को देखते हुए पहले ऐसा कहा जाता था की अनपढ़ आदमी भी हीरे घिस कर 20 से 30 हजार रुपए कमा सकता है। हालांकि हीरा उद्योग की ऐसी हालत हो गई है की लोग यहां से अब अलविदा कर रहे हैं और अन्य जगहों पर मज़दूरी कर अपने घर का गुजारा चलाने पर मजबूर हैं और हीरे की कम्पनियां बंद होने के कगार पर हैं।
कंपनी के मालिक द्वारा हीरा कारीगरों को फिलहाल काम पर आने को मना किया गया है और कहा है कि उनके पास अभी माल नहीं है. जब उनके पास माल होगा तब वे उन्हें काम पर बुलाएंगे।