19 हिंदूवादी संगठनों व इनसे जुड़े सदस्यों की जानकारी वाले पत्र पर बिहार में हड़कंप !

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करीब एक महीने पुराने पत्र ने बिहार की सियासत को गर्मा दिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ 19 हिंदूवादी संगठनों व इनसे जुड़े सदस्यों की जानकारी एकत्र करने को लेकर जारी बिहार पुलिस की विशेष शाखा की ओर से जारी पत्र पर भाजपा ने कड़ा एतराज जताया है। बुधवार को विधान परिषद में यह मुद्दा उठा, जिस पर भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाब मांगा है।

वहीं, गृह विभाग के अधिकारियों ने पत्र पर सत्यता पर चुप्पी साध ली है, जिसमें विशेष शाखा द्वारा संघ परिवार से संबंधित 19 संगठनों के जिला स्तर के अधिकारियों का नाम, पता, व्यवसाय, टेलीफोन नंबर आदि की जानकारी मांगी गई है। हालांकि विभाग की ओर से एडीजी विशेष शाखा से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि सरकार की जानकारी के बगैर पत्र कैसे सार्वजनिक हुआ।

बिहार भाजपा ने पुलिस के इस कदम पर हैरानी जताई है। भाजपा एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा कि पार्टी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इरादों से सावधान रहना चाहिए, जिनके पास गृह विभाग का जिम्मा है। भाजपा उपाध्यक्ष और विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि हम हैरान है कि पुलिस संघ परिवार के कार्यकर्ताओं की जानकारी जुटाना चाह रही है, जो राष्ट्र निर्माण में निस्वार्थ रूप से समर्पित हैं।

भाजपा नेता और मीडिया प्रभारी संजय मयूख ने कहा कि पत्र पर सरकार जवाब दे। आरएसएस देश की विश्वसनीय संस्था है और इसकी खुफिया जांच की बात चौंकाने वाली है। हालांकि भाजपा नेताओं ने स्पष्ट किया है कि इस मामले से राज्य के गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा।