महाराष्ट्र के पालघर में 17 अप्रैल को हुई मॉब लिंचिंग की घटना ने पूरे देश को आक्रोशित कर दिया है।
नई दुनिया पर छपी खबर के अनुसार, पालघर में ग्रामीणों ने 3 लोगों की बच्चा चोर समझकर पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इनमें से 2 साधू थे।
https://youtu.be/hbFSRj6iLoM
इस मामले में पुलिस ने अब 110 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और 101 लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें 30 अप्रैल तक हिरासत में भेज दिया गया है।
वारदात सुशील गिरी, चिकने महाराज और निलेश तिलघाटे के साथ हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस वक्त भीड़ ने तीनों पर हमला किया उस वक्त उनके पास 6 लाख रुपए नकद भी थे जो घटना के बाद से ही गायब बताए जा रहे हैं।
110 ppl have been arrested in this case out of which 9 are juvenile. 101 people have been remanded in police custody till 30th while 9 have been sent to juvenile home. Further investigation is going on in the matter. An enquiry has also been initiated to look into the incident.
— पालघर पोलीस – Palghar Police (@Palghar_Police) April 19, 2020
मृतकों के परिवार और उनके नजदीकी लोगों ने यह बात कही है। बता दें कि सैंकड़ों लोगों ने तीनों को चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला था।
The Palghar incident has been acted upon. The police has arrested all those accused who attacked the 2 sadhus, 1 driver and the police personnel, on the day of the crime itself.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) April 19, 2020
सुनील गिरी महाराज के एक भक्त ने बताय कि वे कल्पवृक्ष उर्फ चिकने (70 साल) और 30 साल के तिलघाटे के साथ सूरत जा रहे थे।
Seeing the visuals that have come out, Palghar incident of mob lynching is shocking & inhuman.
It is more disturbing especially when we are going through such tough times otherwise too.
I urge the State Government to immediately set up a High Level Enquiry and…
(1/2)— Devendra Fadnavis (Modi Ka Parivar) (@Dev_Fadnavis) April 19, 2020
वहां वे पुजारी रामगिरी महाराज के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले थे जिनका 16 अप्रैल को निधन हो गया था। इसके बाद गिरी महाराज और चिकने महाराज ने साथ में अंतिम संस्कार में शामिल होना तय किया था।
मुंबई के कांदीवली में पिंपलेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी जहां के सुनील गिरी मुख्य पुजारी थे। उनका कहना है कि रामगिरी महाराज के अंतिम संस्कार के लिए गिरी के भक्तों ने दान दिया था, इससे 6 लाख रुपए जमा हुए थे।
पैसा जमा होने के बाद वे लोग ड्राइवर तिलघाटे को लेकर निकले थे।
तीनों लोगों के साथ हुई मॉब लिंचिंग का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें दर्जनों लोग मृतकों की कार पर लाठियों, पत्थरों से हमला कर रहे हैं।
इस दौरान पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन ग्रामीणों की ओर से हमला जारी रखा गया। वहीं इस घटना के सामने आने के बाद संत समाज में जमकर गुस्सा और नाराजगी है।