कोलकाता: दो महिलाओं ने कुत्तों के बच्चों को पीट-पीटकर की हत्या, पैकेट में भरकर फेंका!

   

कोलकाता में रविवार दोपहर क्रूरता की हद पार कर देने वाली एक घटना प्रकाश में आई थी है। यहां के सियालदह स्टेशन के पास स्थित एनआरएस अस्पताल परिसर में दो पैकेट में 16 कुत्ते के बच्चों का शव बरामद किया गया था। पैकेट बंद शावकों का शव बरामद होने के बाद अस्पताल परिसर के आसपास सनसनी फैल गई थी।

सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और इन शावकों के शव को बरामद कर पशु अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया ताकि यह पता लग सके कि इनकी मौत कैसे हुई है।

इसी बीच सोमवार को सोशल मीडिया पर इस घटना का एक सनसनीखेज वीडियो वायरल हो गया जिसमें देखा जा रहा है कि दो महिलाएं अस्पताल परिसर में इन कुत्तों के बच्चों को पीट-पीटकर हत्या कर रही हैं।

इतना ही नहीं वीडियो में देखा जा रहा है कि अस्पताल के जूनियर डॉक्टर छत से शोर मचा कर महिलाओं की इस हैवानी करतूत का घोर विरोध कर रहे हैं, इसके बावजूद महिलाएं डंडे से पीट-पीटकर कुत्तों की हत्या कर रही हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस इसकी सच्चाई का पता लगाने में जुट गई है तथा आरोपित महिलाओं की तलाश में जुट गई है।

दूसरी और पशु प्रेमियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रविवार दोपहर के समय सलवार कमीज और जींस टी-शर्ट पहनी हुई दो लड़कियां इस दोनों पैकेट को एनआरएस अस्पताल के अध्यक्ष दफ्तर के बाहर फेंक गई थी।

पहले तो अस्पताल परिसर में मौजूद रोगियों के परिजनों ने इस पर ध्यान नहीं दिया लेकिन इन दोनों पैकेट्स के फेंके जाने के तुरंत बाद एक मादा कुत्तिया इन पैकेट्स के पास आकर बैठ गई थी। वह लगातार उसे खोलने की कोशिश कर रही थी।

इसके बाद अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों को संदेह हुआ और पैकेट को खोलने का निर्णय लिया गया। अस्पताल कर्मियों की मौजूदगी में ही लोगों ने पैकेट्स को खोला। उसमें से एक के बाद एक कुत्ते के बच्चों का शव निकलने लगा। कुल मिलाकर 16 शव बरामद किए गए थे। एक बच्चा अस्वस्थ हालत में बरामद हुआ है जिसे इलाज के लिए पशु चिकित्सा विभाग में भर्ती कराया गया है।

सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और इस पैकेट को बरामद कर कुत्तों की मौत की वजह समझने के लिए पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया।

आसपास का सीसीटीवी फुटेज देखकर उन लड़कियों की तलाश तेज कर दी गई है जिन्होंने इस पैकेट्स को यहां लाकर फेंका था। उल्लेखनीय है कि कोलकाता के 70 फीसद घरों में लोग कुत्ता पालने के शौकीन हैं।

बावजूद इसके महानगर में इतनी बड़ी संख्या में कुत्ते के बच्चों की हत्या कर फेंकने की घटना ने एक बार फिर महानगर की संवेदनहीनता को उजागर किया है। कुछ महीने पहले बेंगलुरु में भी इसी तरह से आग में कुत्ते के कई बच्चों को जला दिया गया था जिसे लेकर कोलकाता की सड़कों पर पशु प्रेमियों ने कैंडल मार्च निकाला था।

साभार- ‘जागरण डॉट कॉम’