2019 लोकसभा चुनाव: यूपी में कांग्रेस छोटे दलों से कर सकती है गठबंधन!

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2019 इलेक्शन सभी दलों के लिए एक बड़ी चुनौती है। जहां बीजेपी की शाख कमजोर हो रही है, वहीं कांग्रेस धीरे-धीरे बेहद मजबूत हो रही है। खबरों की माने तो बसपा और सपा का गठबंधन लगभग तय है। इसको देखते हुए कांग्रेस छोटे दलो के साथ गठबंधन कर सकती है।

मालूम हो कि देश की सियासत में साल 2019 महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में समाजावदी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में दोनों सियासी दलों के पास 2019 में एक बार फिर से अपने राजनीति को जिंदा करने का मौका है। ऐसे में देखना है कि अखिलेश यादव और मायावती आपस में हाथ मिलाकर इतिहास रचते हैं या फिर खुद इतिहास बन जाते हैं?

देश की सत्ता का फैसला उत्तर प्रदेश से होता है। सूबे में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें है। पिछले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी इसी उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 71 पर जीत दर्ज कर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुए थे।

मोदी लहर में सपा अपने कुनबे तक सिमट गई थी और बसपा तो खाता भी नहीं खोल पाई। इसी का नतीजा था कि 23 साल की दुश्मनी को भुलाकर इन दोनों दलों ने सूबे के उपचुनाव में हाथ मिलाया तो उन्हें जीत का फॉर्मूला मिल गया।

इसी फॉर्मूले को सपा-बसपा 2019 के लोकसभा चुनाव में दोहराने के लिए एक बार फिर हाथ मिला सकते है। अखिलेश यादव और मायावती गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरते हैं तो सूबे में एक बार फिर नया सियासी इतिहास रच सकते हैं।

दरअसल, 2014 में मोदी लहर के बावजूद सपा-बसपा 41.80 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब रही थी। जबकि बीजेपी को 42.30 फीसदी वोट मिले थे।

साभार- ‘आज तक’