कोविड-19 : तेलंगाना में कोरोना के 22 नये मामले, 3 की मौत

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तेलंगाना में कोरोना पॉजिटिव मामले दिनोंदिन कम होते जा रहे हैं। गुरुवार को सकारात्मक मामलों में 22 मामलों की वृद्धि देखी गई, साथ ही तीन मौतों का मामला भी सामने आया है । स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गई।

बुलेटिन के अुसार, अब तक 409 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई हैं। जबकि 25 मरीजों की मौत हो गई हैं। बुधवार को डिस्चार्ज हो चुके 35 लोगों में 13 बच्चे भी शामिल हैं।  छुट्टी दिये गये लोगों में महबूबनगर जिले की एक महीने की बच्ची भी शामिल है। पता चला है कि इस बच्ची को उसके माता-पिता के जरिए कोरोना संक्रमित हुआ। इस समय तेलंगाना में 582 मामले सक्रिय हैं।

इसी क्रम में तेलंगाना में हर दिन कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। रविवार को 11 सोमवार को 2, मंगलवार को 6 और बुधवार को 7 मामले दर्ज किये गये हैं। तेलंगाना में केवल सिंगल डिजिट में मामले दर्ज होना अच्छी बात कही जा रही है। इसके अलावा तेलंगाना के अनेक जिलो में कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। साथ ही तेलंगाना के सिद्दिपेट, महबूबाबाद, मंचिरियाल, नारायणपेट, वनपर्ती, पेद्दापल्ली, वरंगल रूरल, भद्रादी कोत्तागुडेम, नागरकर्नूल, मुलुगु और यादाद्री जिले में सक्रिय मामले शून्य हैं।

दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के स्वास्थ्य विभागों की सहायता और समीक्षा के लिए छह उच्च-स्तरीय टीमों का गठन किया था। इन टीमों में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एससीडीसी), एम्स और आईसीएमआर के विशेषज्ञ शामिल हैं। इन टीमों ने गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु का दौरा किया। इन टीमों ने अप्रैल के दूसरे और तीसरे सप्ताह में विभिन्न राज्यों का दौरा किया।

विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस के अधिक मामलों वाले जिलों में तैयारियों का जायजा लेने वाली केंद्रीय टीमों के अनुसार विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू के उपायों को उचित तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है जिससे स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गयी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। इन केंद्रीय टीमों को ऐेसे जिलों में तैयारियों की जांच करने का जिम्मा सौंपा गया था जहां कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए हैं। 

सूत्रों ने बताया कि टीमों ने देखा कि नमूने लिए जाने के दौरान और संक्रमित व्यक्ति के इलाज में संक्रमण रोकथाम उपायों को ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है। इससे स्वास्थ्यकर्मियों के संक्रमित होने और कोरोना वायरस के मामलों में और वृद्धि होने की आशंका बढ़ जाती है। उन्होंने सिफारिश की है कि संक्रमण नियंत्रण दिशानिर्देशों का अस्पतालों में सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।