तीन नए कृषि कानूनों के विरुद्ध सिंघु बार्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को देशभर से समर्थन प्राप्त होने का दौर चल रहा है।
संजीवनी टुडे पर छपी खबर के अनुसार, इस बीच, मुस्लिमों ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर उनके लिए ‘लंगर’ की व्यवस्था की है।
बता दें कि 25 सदस्यीय मुस्लिम टीम बीते बुधवार से ही सामुदायिक रसोई किसानों हेतु चला रही है। मुस्लिम फेडरेशन ऑफ पंजाब की टीम के प्रमुख फारूकी मुबीन हैं।
उन्होंने बताया कि उनकी टीम हर किसी को भोजन देने वाले अन्नदाता की सेवा हेतु सिंघु बार्डर आई है।
उन्होंने आगे की रणनीति का खुलासा करते हुए जानकारी दी कि जब तक किसानों का प्रदर्शन चलता रहेगा, तब तक लंगर भी 24 घंटे चलता रहेगा।
उन्होंने बोला कि किसान उनके लिए काफी कुछ करते हैं। अब हमारी बारी है कि हम उन्हें क्या कुछ वापस कर सकते हैं। हमारी 25 स्वयंसेवकों की एक टीम है तथा हम लंगर चालू रखने हेतु लगातार काम कर रहे हैं।’’
जानकारी के मुताबिक, तीन केंद्रीय मंत्रियों और आंदोलनरत किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के मध्य बीते वीरवार को हुई बैठक हुई थी।
बैठक बेनतीजा रहने के पश्चात दिल्ली में हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगने वाली सीमाओं पर लगातार नौवें दिन हजारों किसानों ने प्रदर्शन किया।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने पिछले शुक्रवार को बोला कि किसानों को आस है कि कल को होने वाली वार्ता में सरकार उनकी मांगों को स्वीकार कर लेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं होता है तो किसानों का प्रदर्शन चलता रहेगा।