नई दिल्ली, 21 मार्च । नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को प्रदर्शन करते हुए 116 दिन हो चुके हैं। दूसरी ओर, सरकार और किसानों के बीच बातचीत का दौर भी लंबे समय से रुका हुआ है। ऐसे में किसान लगातार सरकार पर दबाब बनाने का प्रयास कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने 26 मार्च को पूर्ण भारत बंद का आह्वान किया है। मोर्चा ने साफ कर दिया है कि 26 मार्च को दिल्ली के अंदर भी भारत बंद का प्रभाव देखा जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को बयान जारी कर कहा, 26 मार्च को पूर्ण भारत बंद के सफल आयोजन के लिए देशभर में विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रही किसान महापंचायतों में मिल रहे भारी समर्थन से यह स्पष्ट है कि 26 मार्च को पूर्णत: भारत बंद रहेगा। 26 मार्च को दिल्ली के अंदर भी भारत बंद का प्रभाव देखा जाएगा।
इससे पहले, किसानों ने कुछ संगठनों और यूनियनों से मुलाकात भी की थी, ताकि 26 मार्च को उनका भी सहयोग मिले। वहीं दूसरी ओर, किसान 23 मार्च को शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के शहीदी दिवस पर दिल्ली के आसपास के धरणस्थलों पर युवा कांफ्रेंस बुलाने जा रहे हैं, जिसमें देशभर से युवा आ रहे हैं।
मोर्चा के अनुसार, किसान मजदूरों के परिवार में जन्मे इन युवाओं का भविष्य अब दांव पर हैं। महिला व पुरुष नौजवान पहले से ही किसान आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भगत सिंह के विचारों पर चलते हुए युवा 23 मार्च को देश के किसानों और मजदूरों के हकों की लड़ाई लड़ने आ रहे हैं।
–आईएएनएस
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