26 साल पहले अजहरुद्दीन के इस फैसले ने बदली थी सचिन की किस्मत

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‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की जिंदगी बदलने में पू्र्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का बड़ा योगदान था। अजहरुद्दीन के एक फैसले की वजह से मास्टर ब्लास्टर की किस्मत बदली थी। दरअसल, बात 1994 की है। सचिन ने साल 1989 में अपना क्रिकेट करियर शुरू किया था, लेकिन 1994 तक वह वन-डे में एक भी शतक नहीं लगा पाए थे।

27 मार्च 1994 को सचिन को भी इस बात का अंदाजा होगा कि वह सलामी बल्लेबाज के रूप में बल्लेबाजी करने उतरेंगे। मगर ऐसा हुआ। अजहरुद्दीन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली बार सचिन को सलामी बल्लेबाज के रूप में टीम में मौका दिया।

हालांकि, इस मैच में सचिन शतक बनाने से चूक गए थे। उन्होंने 15 चौके और दो छक्के की मदद से 49 गेंदों पर 82 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी। बता दें कि सचिन को यह मौका तत्कालीन ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू के चोटिल होने की वजह से मिला था।

इससे पहले तक सचिन तेंदुलकर भारतीय टीम में पांचवें व छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरते थे। हालांकि, उस वक्त सचिन अक्सर कप्तान अजहरुद्दीन से ओपनिंग बल्लेबाजी करने का मौका दिए जाने की बात कहा करते थे।

इस एक पारी के सचिन ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह एक के बाद एक रिकॉर्ड अपने नाम करते गए। एक वक्त बाद उन्हें ‘क्रिकेट का भगवान’ कहा जाने लगा। शायद सचिन, अजहरुद्दीन के उस फैसले को कभी नहीं भूल सकते।