हज पर जाने वाले हाजियों को राहत देते हुए सऊदी सरकार ने 29 जुलाई से हज यात्रा शुरू करने का फैसला लिया है। इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि लगभग 1,000 श्रद्धालुओं को हज पर जाने की अनुमति दी जाएगी।
सऊदी अरब ने सोमवार को घोषणा की कि वह देश में विभिन्न राष्ट्रीयताओं के लगभग 1,000 तीर्थयात्रियों को इस साल हज करने की अनुमति देगा। ऐसा इसलिए क्योंकि देश कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहा है। बैंकाक पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय सऊदी अरब के बाहर मौजूद तीर्थयात्री इसमें हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इससे दुनिया भर के मुसलमानों में निराशा है।
इधर भारत से इस बार कोई श्रद्धालु हज यात्रा पर नहीं जाएगा। कोरोना संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह निर्णय सऊदी अरब के इस साल हज यात्रियों को नहीं भेजने के आग्रह के बाद किया है। हज यात्रा के लिए चयनित सभी दो लाख तेरह हजार लोगों के पैसे उनके खाते में वापस भेजे जा रहे हैं।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सऊदी अरब सरकार में हज मंत्री से सोमवार शाम बात हुई। कोरोना संकट का जिक्र करते हुए उन्होंने इस साल भारत से हज-2020 के लिए यात्रियों को नहीं भेजने का आग्रह किया। सऊदी अरब सरकार के फैसले का सम्मान करते हुए केंद्र ने इस साल किसी यात्री को नहीं भेजने का फैसला किया है।
Scaled-down hajj pilgrimage to start from July 29: AFP news agency #SaudiArabia
— ANI (@ANI) July 20, 2020
वहीं इस यात्रा में 65 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों को अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि कोई यात्री शारीरिक रूप से अस्वस्थ पाया जाता है तो उसकी यात्रा तुरंत प्रभाव से रद्द कर दी जाएगी।