31 बंदरों और 14 कबूतरों की मौत के मामले में इसरो के 5 इंजिनियरों समेत 10 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल

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नवी मुंबई : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पांच इंजीनियरों, हिंदुस्तान ऑर्गेनिक केमिकल्स लिमिटेड (एचओसीएल) के एक और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के पांच इंजीनियरों सहित दस लोगों को 31 बंदरों और 14 कबूतरों की मौत के मामले में वन विभाग द्वारा चार्जशीट किया गया है। इस प्‍लांट में 13 दिसंबर 2018 को नाइट्रिक एसिड के रिसाव के बाद बंदरों और कबूतरों की मौत हो गई थी। इन सभी 10 लोगों पर बंदरों और कबूतरों को दफनाने के प्रयास करने का भी आरोप है। सहायक वन संरक्षक (पनवेल) नंदकिशोर कुप्ते ने कहा कि एक उत्खनन चालक और दो श्रमिकों को भी चार्जशीट किया गया है।

कुप्‍ते ने कहा कि पनवेल के न्‍यायिक मैजिस्‍ट्रेट की कोर्ट में 21 जून को 108 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई थी लेकिन कोर्ट की सुनवाई अभी तक शुरू नहीं हो पाई थी। इस बीच कंपनी के चेयरमैन और एमडी एसबी भिडे ने कहा है कि उनका विभाग इस मामले को देख रहा है और उचित कदम उठाया जाएगा। हम केस लड़ेंगे। बता दें कि वन्‍य जीव कानून 1972 की धारा 39, 52 और 58 के तहत इन सभी 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसरो के इंजिनियरों में राजेंद्र सुर्ते, गौतम मराठे, संजय दीक्षित, अनिल शिगवान और तुलसीदार माली शामिल हैं।