37 लोगों को मौत की सजा: संयुक्त राष्ट्र में सऊदी अरब के खिलाफ़ उठी यह मांग!

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ईरान की मानवाधिकार परिषद ने रेयाज़ द्वारा सऊदी अरब के 37 नागरिकों को दी जाने वाली फांसी की कड़े शब्दों में निंदा की है।
ईरान की न्याय पालिका की मानवाधिकार परिषद ने एक बयान जारी करके घोषणा की है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार परिषद में सऊदी अरब की उपस्थिति बहुत खेद की बात है बल्कि विश्ववासियों का खुला अपमान है।

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इस बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब के अपराध न केवल क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे इस्लामी जगत के लिए गंभीर ख़तरा हैं। सऊदी अरब के गृहमंत्रालय ने 23 अप्रैल को आतंकवाद का आरोप लगाते हुए घोषणा की थी कि आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण 37 लोगों को फांसी दी गई है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, मानवाधिकार परिषद का कहना है कि आतंकवाद की आड़ में लोगों की हत्या करने वालों को किस आधार पर मानवाधिकार परिषद में रहने का अधिकार है? सऊदी सरकार अपने विरोधियों पर तरह-तरह के आरोप लगाकर प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में संघर्षकर्ताओं को गिरफतार करती है जिन्हें बाद में झूठे आरोप लगाकर फांसी दे दी जाती है। एमनेस्टी इंटरनैश्नल की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब ने सन 2018 में 149 सऊदी नागरिकों को फांसी दी थी।