उत्तर प्रदेश में सभी लोकसभा सीटों पर पंजे का परचम लहराने के लिए कांग्रेस ने सीटों का बंटवारा कर दिया है। कांग्रेस नेता राज बब्बर और उत्तर प्रदेश के पूर्व प्रभारी गुलाम नबी आजाद के साथ हुई बैठक के बाद अब सभी 80 सीटों को नए प्रभारियों के बीच बांट दिया गया है।
पूर्वांचल की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को 42 लोकसभा सीटें और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 38 सीटों का जिम्मा ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया गया है।
कांग्रेस की नई महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा 11 फरवरी को यूपी के चार दिवसीय दौरे पर जाएंगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया राजधानी लखनऊ में रोड शो करेंगे।
यह रोड शो अमौसी हवाईअड्डे से लेकर कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय तक 40 किमी लंबा होगा। राहुल गांधी ने दोनों युवा नेताओं को प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का लक्ष्य भी दिया है।
शायद इसी वजह से यह रोड शो विधानसभा के सामने से गुजरना था मगर अब इसके रुट में बदलाव किया गया है। सूत्रों मुताबिक एयरपोर्ट से आलमबाग, चारबाग, हुसैनगंज के बाद जुलूस को बर्लिंगटन चौराहे से ओडियन सिनेमा की ओर मोड़ दिया जाएगा। जहां से लालबाग होते हुए हजरतगंज पहुंचेगा।
#WATCH BJP MP Harish Dwivedi in Basti: Rahul fail hain toh Priyanka bhi fail hain. Jab Priyanka Gandhi Delhi mein rehti hain toh jeans aur top mein rehti hai aur jab shetra mein aati hain toh saree aur sindoor laga kar aati hain.
(09.02.2019) pic.twitter.com/ksA8DcI0Hi— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 10, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, प्रियंका अपने प्रदेश दौरे की शुरुआत उन्नाव से करेंगी। उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप है। इसके बाद वह रायबरेली में रात्रि विश्राम कर सकती है।
Congress office of @INCUttarPradesh At Luckhnow.
Fantastic energy. People joining the party before the road show of @RahulGandhi ji @JM_Scindia ji & Priyanka Gandhi ji. pic.twitter.com/OBsUIVye4L— Sushmita Dev সুস্মিতা দেব (@SushmitaDevAITC) February 10, 2019
प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी और योगी आदित्यनाथ का क्षेत्र गोरखपुर भी इस योजना के केंद्र में है। रायबरेली के नेता धीरज श्रीवास्तव के नेतृत्व में चार सदस्यों की टीम बनाई गई है।
विधानसभा के अनुसार मुकलातों का दौर चलेगा। पहले माना जा रहा था कि पार्टी बसपा-सपा गठबंधन की मजबूत सीटों पर डमी उम्मीदवार उतार सकती है, मगर अब इसकी गुंजाइश नहीं नजर आती।