आबिद अली खान एजुकेशन ट्रस्ट (AAKET) और सियासत डेली के तत्वावधान में रविवार को तेलंगाना और अन्य राज्यों के 297 परीक्षा केंद्रों पर उर्दू भाषा विज्ञान और उर्दू निबंध परीक्षा एक साथ आयोजित की गई।
इन परीक्षाओं में बड़ी संख्या में अंग्रेजी माध्यम के छात्र-छात्राओं, आईटी पेशेवरों, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।
28 साल पहले सियासत डेली द्वारा की गई पहल उर्दू परीक्षाओं के लिए एक संगठित संस्थान में तब्दील हो गई है। इन परीक्षाओं के माध्यम से नई पीढ़ी उर्दू सीख रही है। AAKET उर्दू भाषा के अस्तित्व और प्रचार के लिए एक ठोस मंच प्रदान करता है।
इन परीक्षाओं में भाग लेने वालों की सामान्य धारणा यह थी कि “उर्दू हमारी मातृभाषा है और इसे सीखकर हम अपनी सभ्यता से जुड़ सकते हैं और अपनी धार्मिक शिक्षाओं को समझ सकते हैं।”
सियासत दैनिक कार्यालय में बड़ी संख्या में उर्दू शिक्षक, प्राध्यापक, प्राचार्य, शोधार्थी लेखक एवं कवि एकत्रित हुए और परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण किया। उनमें से प्रमुख थे प्रोफेसर मुजफ्फर शाह मैरी, प्रोफेसर मोहम्मद अनवरुद्दीन, प्रोफेसर जहांगीर, डॉ मोहम्मद असलम फारूकी, डॉ मोहम्मद नजीम अली, डॉ मोहम्मद बिलाल आज़मी, डॉ शेख मोहम्मद इस्माइल, डॉ जहांगीर एहसास, डॉ बशीर, डॉ मोहम्मद अब्दुल नईम, सैयद अब्दुल रहमान, मोहम्मद वकार, मोहम्मद अब्दुल अजीज, सैयद असगर हुसैन बरकतुल्लाह और अन्य।
AAKET सुश्री राबिया और सुश्री निघाट के अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा केंद्रों की कुल संख्या 297 थी। हैदराबाद और सिकंदराबाद के जुड़वां शहरों से परीक्षा में भाग लेने वालों की संख्या 55,563 थी। जबकि तेलंगाना के अन्य जिलों से कुल 19,524 उम्मीदवारों ने भाग लिया। इसी तरह, गुलबर्गा, मैसूर, बसव कल्याण, रंजनगांव और बीदर से 10,972 उम्मीदवारों ने भाग लिया। इस प्रकार, कुल 86,059 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया और 81,000 उम्मीदवारों ने इन परीक्षाओं में भाग लिया।
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