भारत में कोरोना वायरस ने कोहराम मचाया हुआ है. कोविड-19 से निपटने के लिए केंद्र सहित राज्य सरकारें अपनी पूरी कोशिश में जुटी हुई हैं. देश में लॉकडाउन चल रहा है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह एक वीडियो संदेश जारी किया है. जिसमे उन्होंने कहा कि 5 अप्रैल रात 9 बजे सभी लोग अपने घरों की बत्तियों को बुझा दें और सिर्फ 9 मिनट तक अपनी बॉलकनी या छत पर दीया, मोमबत्ती या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं. पीएम मोदी के इस संदेश पर विपक्ष आक्रामक हो गया है. महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी रही शिवसेना ने इसपर हमला बोला है. शिवसेना राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर तंज कसा है.
When people were asked to clap , they crowded the roads and beat drums , I just hope now they don't burn down their own houses , sir 'diya to jalalenge ' but please tell us what the government is doing to improve condition
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 3, 2020
संजय राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जब लोगों को ताली बजाने के लिए कहा गया, तो लोग सड़क पर आकर ढोल बजाने लगे. अब बस आकर आग न लगा दें. साहब काम और लोगों के पेट- पानी का बोलो.
👏👏टाळ्या वाजवायला सांगितल्या तेव्हा लोकांनी रस्त्यावर येऊन ढोल वाजवले होते
आता आग 🔥नाही लावली म्हणजे झालं. 😅
साहेब कामाचं आणि लोकांच्या
पोटा पाण्याचं बोलां.— Sanjay Raut (@rautsanjay61) April 3, 2020
वही इससे पहले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा कि 9 बजे सुबह पीएम मोदी जी के भाषण से देशवासियों के हाथ घोर निराशा ही लगी,सोचा था चूल्हा जलाने की बात होगी साहब दिया जलाने का उपदेश दे गए.
ज्ञात हो कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 2301 पहुंच गई है. जिसमे से 157 लोग रिकवर हुए हैं. साथ ही 57 लोगों की मौत कोविड-19 की चपेट में आने से हुई है. वही वर्ल्ड में कोरोना से 10 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं.