99 साल की बूढ़ी दादी ने जीता सबका दिल, प्रवासी मजदूरों की ऐसे कर रही हैं मदद

, ,

   

कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन में मुंबई में फसे प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए सोनू सूद ने जो पहल की उसकी हर कोई तारीफ कर रहा हैं। उनके इसी नेक काम से हजारों प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के बीच मुंबई से सुरक्षित अपने घर पहुंच चुके हैं। वहीं देश के विभिन्न हिस्सों से मजदूर अपने गृह राज्य की ओर बस, गाड़ी और श्रमिक ट्रेनों से जा रहे हैं ऐसे में लोगों को खाने-पीने में भी परेशानियां हो रही है। इन प्रवासी मजदूरों के खाने पीने की मदद करने वालों के बीच एक 99 बर्ष की बुजुर्ग महिला की खूब चर्चा हो रही है।

99 वर्षीय बूढ़ी दादी अम्मा ने प्रवासियों का पेट भरने का जिम्मा उठाया मुंबई की एक 99 वर्षीय बूढ़ी दादी अम्मा ने प्रवासी मजदूरों का पेट भरने का जिम्मा उठाया हैं। सोशल मीडिया पर इनके इस नेक काम का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है और हर कोई इनके सलामत रहने की दुआएं दे रहा हैं। जो भी ये वीडियो देख रहा है दादी की तारीफ कर रहा है। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं ये बुजुर्ग महिला?

जानें कौन हैं ये दादी अम्मा

इस वीडियो को 99 वर्षीय दादी के पाकिस्‍तान कराची में भतीजे ज़ाहिद एफ इब्राहिम जो कि वहां सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट हैं उन्‍होंने अपने ट्विटर पर शेयर किया है। इब्राहिम ने इस वीडियो को कैप्‍शन दिया “मेरी 99 वर्षीय फ़ूफी ने बॉम्बे में प्रवासी श्रमिकों के लिए बड़े ही प्‍यार से भोजन के पैकेट तैयार किए।

इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक बुजुर्ग महिला एक चेयर पर बैठी हुई हैं और प्रवासी मजदूरों के लिए सिल्‍वर फ्वाइल में भोजन की पैकिंग कर रही हैं। वीडियो में बुजुर्ग महिला को एल्युमिनियम फॉयल शीट में रोटियां बेलते और फिर उन्हें एक प्लेट पर अलग करते हुए देखा जा सकता है।ताकि इस खाने को मजदूरों के लिए भेजा जा सके।

बुजुर्ग महिला के लिए यूजर्स ने किया ये कमेंट कोरोनोवायरस संकट के दौरान प्रवासी कामगारों की मदद के लिए बुजुर्ग महिला के प्रयासों से यूजर बेहद प्रभावित हुए। एक यूजर ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा, जज्बा हो तो ऐसा। एक यूजर ने टिप्पणी की, “उसके लिए शुभकामनाएं। उसके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना करें।” एक अन्य यूजर ने लिखा”इसने मुझे आदमी बना दिया।