जर्मनी के पूर्वी शहर ड्रेस्डन में इस्लामोफ़ोबिया के शिकार कट्टरपंथियों के समर्थन और उनकी हिंसक कार्यवाहियों के बाद अधिकारियों ने शहर में “नाज़ी एमरजेन्सी” लागू कर दी है।
A city in Germany has declared a "Nazi emergency", saying it’s facing a serious problem with the far-righthttps://t.co/VnKGenG2U2
— SBS News (@SBSNews) November 2, 2019
पार्स टुडे डॉट कॉम पर छपी प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ज्ञात रहे कि ड्रेस्डन इस्लाम विरोधी आंदोलन का केन्द्र बन चुका है जहां हर सप्ताह मुसलमानों के विरुद्ध रैली निकाली जा रही है।
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जर्मनी की कट्टरपंथी संगठन एएफ़डी ने सितम्बर में स्थानीय चुनाव में 28 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। ड्रेस्डन की सिटी काउंसिल ने पिछले बुधवार “नाज़ी आपातकाल” के शीर्षक से दक्षिणपंथी कट्टरपंथ के विरुद्ध प्रस्ताव का समर्थन किया।
प्रस्ताव दक्षिणपंथी डाई पार्टी के स्थानीय काउंस्लर मैक्स स्चन्बाच ने पेश किया।
उन्होंने स्थानीय न्यूज़ एजेन्सी डीपीए को बताया कि इस शहर में अब “नाज़ी मुद्दा” है। प्रस्ताव में ड्रेस्डन शहर के भीतर लोकतंत्र विरोधी, भेदभावपूर्ण और दक्षिणपंथियों की हिंसक कार्यवाहियों पर चिंता व्यक्त की गयी है।
A city in eastern Germany has declared a "Nazi emergency" to tackle the rise of the far-right https://t.co/fEyDg3Kfbo pic.twitter.com/hF9HlGGo0h
— CBS News (@CBSNews) November 3, 2019
प्रस्ताव में लोकतांत्रिक संस्कृति को मज़बूत किए जाने की मांग की गयी है। पेश किए गये प्रस्ताव में कहा गया है कि अल्पसंख्यकों की रक्षा, मानवाधिकार और कट्टरपंथ के पीड़ितों को प्राथमिकता दी जाए।