समाज के विभिन्न धर्मों के गुरूओं और बुद्धिजीवियों ने आज राष्ट्रहित को सर्वोपरि कहते हुए अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने का संकल्प लिया है।
NSA Ajit Doval meets Hindu, Muslim religious leaders, discusses ways to maintain peace after Ayodhya verdict.https://t.co/mVJzGJgIrG
— TIMES NOW (@TimesNow) November 10, 2019
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, इस मामले में शीर्ष अदालत का फैसला आने के एक दिन बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के निवास पर देश के प्रमुख धर्मगुरूओं और बुद्धिजीवियों की एक मीटिंग हुई।
#AyodhyaCase: NSA #AjitDoval meets Hindu and Muslim leaders after Supreme Court verdict https://t.co/5rrF3MuFi5
— Scroll.in (@scroll_in) November 11, 2019
समाज के विभिन्न धर्मों के गुरूओं और बुद्धिजीवियों ने आज राष्ट्रहित को सर्वोपरि करार देते हुए अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने का संकल्प लिया।
इस मामले में शीर्ष अदालत का फैसला आने के एक दिन बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के निवास पर देश के प्रमुख धर्मगुरूओं और बुद्धिजीवियों की एक अहम् मीटिंग हुई।
The religious leaders pledged their 'unstinted support' to the government in all the measures it may take to maintain #peace and order in the society, according to a joint statement issued after 4-hour meeting at #NSA #AJitDoval’s residence https://t.co/Gs7xBkzmpC
— National Herald (@NH_India) November 10, 2019
उन्होंने शांति, सांप्रदायिक सदभावना कायम रखने और कानून के शासन में सरकार को पूरा सहयोग देने की बात कही है।
सूत्रों ने कहा है कि सभी प्रतिभागी इस बात से सहमत थे कि देश के अंदर और बाहर कुछ राष्ट्र विरोधी तथा शत्रु तत्व इस स्थिति का लाभ उठाकर राष्ट्रहित को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर सकते हैं। धर्मगुरूओं ने सरकार के शांति और कानून व्यवस्था की स्थिति बरक़रार रखने के लिए उठाये गये कदमों को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जाहिर की।