पश्चिम बंगाल में कभी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू नहीं होने देने का दावा दोहराते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि इस राज्य में रहने वाला हर व्यक्ति भारत का नागरिक है।
Once again, I am back with my brothers and sisters of the beautiful hills. Today at the beginning of my trip to North Bengal, I was present at the Bijaya Sammilani celebrations at Siliguri Police Line. Some glimpses of today’s programme are uploaded here for all of you. pic.twitter.com/adbvNXhl4d
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 21, 2019
इस राज्य में NRC लागू करने नहीं दूंगी
बनर्जी ने कहा कि 18 साल के हो गये लोगों को तत्काल मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराना चाहिए। मालागुड़ी में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में कोई एनआरसी लागू नहीं की जाएगी।
हम राज्य की जनता में कोई विभाजन नहीं होने देंगे। चिंता मत कीजिए। आश्वस्त रहिए, हम आपके संरक्षक हैं।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस राज्य की जनता ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेकर और बंगाल के नवजागरण में योगदान देकर भारतीय नागरिक कहलाने का अधिकार हासिल किया है।
इस राज्य से कई लोगों ने देश के लिए दी कुर्बानी
उन्होंने कहा, ‘‘हम, पश्चिम बंगाल में रहने वाले सभी लोग भारत के नागरिक हैं। हमें यह अधिकार राजा राममोहन राय, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और कई अन्य देशभक्तों ने दिया है जिन्होंने देश की आजादी के लिए लड़ते हुए बलिदान दे दिया।’’
West Bengal CM Mamata Banerjee: No one can remove citizens from their own states. Bengal does not need NRC and it will surely not be implemented here. I believe in all religions and no citizen will have to leave their place, whether they are Bengali or from any other religion. pic.twitter.com/6kUZsppeRs
— ANI (@ANI) October 21, 2019
सभी वर्गों के लोगों को पश्चिम बंगाल में रहने का अधिकार है
बनर्जी ने कहा, ‘‘हर वर्ग के लोगों को बंगाल में रहने का हक है। एक भी व्यक्ति को निकाला नहीं जाएगा। भूलिए मत कि हमारी सरकार ऐसा कुछ (एनआरसी लागू) नहीं होने देगी। याद रखिए कि हमारी सरकार थी, है और राज्य को चलाती रहेगी।’