मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना वली रहमानी का निधन!

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इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत हजरत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी का शनिवार की दोपहर निधन हो गया।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव रहमानी को कोरोना संक्रमित होने के बाद पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। कोरोना वैक्सीन लेने के एक दिन बाद 78 वर्षीय रहमानी की तबीयत खराब हो गई थी।

रहमानी को मुंगेर में रविवार को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। रहमानी के निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शोक व्यक्त किया है।

नीतीश ने कहा कि रहमानी का नाम बिहार एवं देश के मशहूर आलिम-ए-दीन में शुमार होता था। सीएम ने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि उन्हें जन्नत में अहम मकाम अता करे।

हजरत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी की मौत की खबर मिलते ही इमारत-ए-शरिया पहुंचने लगे लोग।

बता दें कि 18 मार्च को पटना के आइजीआइएमएस में रहमानी ने कोरोना वैक्सीन ली थी। कोरोना का टीका लेने के बाद से ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।

इसके बाद 28 मार्च को उन्हें पटना के पारस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, जहां शनिवार की दोपहर उनकी मौत हो गई। रहमानी का शव पटना से सीधे मुंगेर लाया जाएगा। मुंगेर में ही रविवार की सुबह 11:00 बजे उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत हजरत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी का पांच जून 1943 को बिहार के मुंगेर में जन्म हुआ था। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव रहमानी अपने पीछे दो बेटा और एक बेटी छोड़ गए हैं।

बता दें कि वली रहमानी पटना के गर्दनीबाग में रहते थे। रहमानी तीन बार एमएलसी भी रह चुके थे।

पूर्व अमीर-ए-शरियत हजरत मौलाना निजामुद्दीन के निधन के बाद 29 नवंबर 2015 को मौलाना मोहम्मद वली रहमानी इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरियत बनाए गए थे।