दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में 5 जनवरी को हिंसा हुई थी. इस हिंसा के पीछे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और लेफ्ट के छात्र संगठन, दोनों ही पक्ष एक- दूसरे को जिम्मेदार बता रहे थे और खुद की जिम्मेदारी से इनकार कर रहे थे. इस बीच आजतक ने हिंसा को लेकर स्टिंग ऑपरेशन #JNUTapes किया और सब कुछ कैमरे में कैद हो गया.
#JNUTapes | JNU's 1st year student confesses to leading attacks on Jan 5
Watch LIVE with @rahulkanwal: https://t.co/4fqxBVUizL pic.twitter.com/zABFDyknuj— IndiaToday (@IndiaToday) January 10, 2020
स्टिंग को मिली बड़ी कवरेज
शुक्रवार की शाम को प्रसारित हुए इस “स्टिंग ऑपरेशन को व्यापक मीडिया कवरेज मिली है. मीडिया क्रिटिक वेबसाइट NewsLaundry ने इसे जेएनयू हिंसा को लेकर चल रही जांच के लिए इसे अहम बताया है, वहीं अन्य अखबारों और वेबसाइट्स ने भी इसे प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है.
Akshat Awasthi is neither an office bearer, nor a karyakarta of ABVP, as claimed by @IndiaToday. This is a smear campaign run by India Today to deviate everyone from the facts put forth by @DelhiPolice proving #LeftBehindJNUVoilence.
– National General Secretary @nidhitripathi92
— ABVP (@ABVPVoice) January 10, 2020
इस स्टिंग में फ्रेंच डिग्री प्रोग्राम के प्रथम वर्ष के दो छात्रों ने हिंसा में अपनी संलिप्तता की पुष्टि की और हिंसा की वीडियो फुटेज में खुद ही अपनी पहचान भी की. इनमें से एक अक्षत अवस्थी ने खुद को एबीवीपी का कार्यकर्ता बताया. इनमें से एक छात्र ने नकाबपोश भीड़ में से कई लोगों की पहचान भी उजागर की.
साथ ही, आजतक ने लेफ्ट के छात्र संगठन आईसा की एक कार्यकर्ता गीता कुमारी से भी बात की, जिसने विश्वविद्यालय के सर्वर को बंद करने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की थी. हालांकि इसे मीडिया में ज्यादा कवरेज नहीं मिली है. स्टिंग के बाद दिल्ली पुलिस ने भी इसके टेप मांगे हैं ताकि उन्हें हिंसा की जांच करने में मदद मिल सके.
Akshat Awasthi now says he’s ‘not in any way associated with the ABVP.’ Here he is on the front page of national newspapers at an ABVP rally. Go on. Zoom in. He’s the one holding the tricolour. #JNUTapes Weak defences won’t fly. pic.twitter.com/dQESc9fkzP
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) January 10, 2020
द टाइम्स ऑफ इंडिया, द हिंदू, द डेक्कन हेराल्ड, अमर उजाला, दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों ने स्टिंग ऑपरेशन से जुड़ी खबरों को प्रमुखता से छापा. वहीं द क्विंट, द न्यूज मिनट, स्क्रॉल.इन और बीबीसी जैसी समाचार वेबसाइट्स ने भी इसे स्थान दिया.
टाइम्स ऑफ इंडिया के दिल्ली संस्करण में छपी स्टिंग की खबर
कुछ प्रमुख समाचार पत्रों और वेबसाइट्स की हेडिंग्स–
जेएनयू हिंसा मामले में नया मोड़, न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन से नए खुलासे और दावे- अमर उजाला
जेएनयू पर चैनल के स्टिंग में दावा- ABVP के सदस्यों ने की थी मारपीट- बीबीसी
टीवी स्टिंग में दावा, जेएनयू हिंसा में शामिल थे ABVP के लोग- एनबीटी
जेएनयू हिंसा/स्टिंग में दावा- यूनिवर्सिटी में हमला करने वाले एबीवीपी से जुड़े थे, लेफ्ट की भूमिका भी सामने आई – दैनिक भास्कर
जेएनयू हिंसाः नकाबपोश हमलावरों में शामिल थे ABVP के सदस्य, टीवी स्टिंग में दावा- लोकमत