दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी अरामको के दो प्रतिष्ठानों में शनिवार को हुए ड्रोन धमाकों के लिए अमेरिका ने ईरान को दोषी ठहराया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इस हमले के लिए ईरान पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर के कहा कि तनाव कम करने की कोशिशों के बीच ईरान ने अब दुनिया की ऊर्जा आपूर्ति पर एक अभूतपूर्व हमला किया है।
Yemen's Iran-aligned Houthi group attacked two Saudi Aramco plants, including the world's biggest oil processing facility, sparking fires in the latest flare-up of violence in the Gulf. More here: https://t.co/zTO3MlT5B1 pic.twitter.com/YuA50qn7Xa
— Reuters (@Reuters) September 14, 2019
उन्होंने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यमन से ये हमले हुए। यमन के हूती विद्रोहियों के इन ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी लेने का दावा करने के कुछ घंटों बाद पोम्पियो के ट्वीट करके ये बात कही।
US President Donald Trump on Saturday condemned drone attacks at two Saudi Aramco oil facilities that reportedly disrupted production and marked a new escalation in regional tensions with Iran. https://t.co/rQxaB411bQ
— ANews (@anews) September 14, 2019
व्हाइट हाउस ने शनिवार दोपहर को यह जानकारी दी कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सौद के साथ फोन पर बात की है। इस दौरान दोनों के बीच हमलों और सऊदी अरब की आत्मरक्षा पर चर्चा हुई।
https://twitter.com/HappyCentrist/status/1173070109495058432?s=19
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार अमेरिकी सरकार स्थिति की निगरानी कर रही है। सउदी के गृह मंत्री ने शनिवार को घोषणा की कि ड्रोन हमलों से सऊदी पेट्रोलियम कंपनी अरामको की दो तेल प्रतिष्ठानों में आग लग गई। इन हमलों में अबकीक और खुरई क्षेत्र के साइटस को निशाना बनाया गया।
https://twitter.com/AngelicFusion/status/1173003879413211136?s=19
अमारको ने बताया है कि इन दो ड्रोन हमलों ने प्रति दिन 5.7 मिलियन बैरल कच्चे तेल के उत्पादन को प्रभावित होगा। कंपनी ने पुष्टि की है कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।उत्पादन को बहाल करने के लिए काम चल रहा है और लगभग 48 घंटों में इस लेकर फिर नया अपडेट दिया जाएगा। हमले की अमेरिका और ब्रिटेन ने निंदा की है।