सऊदी अरब ‘अरामको’ पर ड्रोन हमले के लिए ईरान जिम्मेदार- अमेरिका

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दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी अरामको के दो प्रतिष्ठानों में शनिवार को हुए ड्रोन धमाकों के लिए अमेरिका ने ईरान को दोषी ठहराया है।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इस हमले के लिए ईरान पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर के कहा कि तनाव कम करने की कोशिशों के बीच ईरान ने अब दुनिया की ऊर्जा आपूर्ति पर एक अभूतपूर्व हमला किया है।

उन्होंने कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यमन से ये हमले हुए। यमन के हूती विद्रोहियों के इन ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी लेने का दावा करने के कुछ घंटों बाद पोम्पियो के ट्वीट करके ये बात कही।

व्हाइट हाउस ने शनिवार दोपहर को यह जानकारी दी कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सौद के साथ फोन पर बात की है। इस दौरान दोनों के बीच हमलों और सऊदी अरब की आत्मरक्षा पर चर्चा हुई।

https://twitter.com/HappyCentrist/status/1173070109495058432?s=19

जागरण डॉट कॉम के अनुसार, व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार अमेरिकी सरकार स्थिति की निगरानी कर रही है। सउदी के गृह मंत्री ने शनिवार को घोषणा की कि ड्रोन हमलों से सऊदी पेट्रोलियम कंपनी अरामको की दो तेल प्रतिष्ठानों में आग लग गई। इन हमलों में अबकीक और खुरई क्षेत्र के साइटस को निशाना बनाया गया।

https://twitter.com/AngelicFusion/status/1173003879413211136?s=19

अमारको ने बताया है कि इन दो ड्रोन हमलों ने प्रति दिन 5.7 मिलियन बैरल कच्चे तेल के उत्पादन को प्रभावित होगा। कंपनी ने पुष्टि की है कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।उत्पादन को बहाल करने के लिए काम चल रहा है और लगभग 48 घंटों में इस लेकर फिर नया अपडेट दिया जाएगा। हमले की अमेरिका और ब्रिटेन ने निंदा की है।