क्या ईरान के प्रति बदलने लगी है अमेरिका की नीति?

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फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रॉन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क जाने से ठीक पहले पेरिस में पत्रकारों से कहा, ईरान को लेकर न्यूयॉर्क से चौंकाने वाली ख़बर आ सकती है। हालांकि फ़ांसीसी राष्ट्रपति मैक्रॉन ने विस्तार से कुछ नहीं बताया कि उनके कहने का मक़सद किया है।

ग़ौरतलब है कि फ़्रांस, परमाणु समझौते के बचाने के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहा है और हालिया दिनों में उसने अमरीका और ईरान के बीच तनाव कम करने का प्रयास किया है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, फ़्रांस की कोशिश है कि वह किसी तरह ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी और अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के बीच ऐतिहासिक मुलाक़ात के लिए भूमि प्रशस्त कर दे।

हालांकि ईरान ने स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि अमरीका के साथ उस वक़्त तक कोई वार्ता नहीं होगी, जब तक वह परमाणु समझौते में वापस नहीं आता है और ईरान से आर्थिक प्रतिबंध नहीं उठाता है।

मैक्रॉन का कहना था कि सऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठानों पर हमलों के बाद तनाव बढ़ गया है। न्यूयॉर्क में एक चुनौती सामने है। इस संकट के दो खिलाड़ी वहां मौजूद होंगे। स्थान एक ही होगा, लेकिन ज़रूरी नहीं है कि विचार भी एक हो। लेकिन हम सऊदी अरब में नहीं हैं, इसलिए कुछ भी हो सकता है।

इस बीच, अमरीका के सीएनएन न्यूज़ चैनल की ऐंकर ने दावा किया है कि ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ का कहना है कि राष्ट्रपति रूहानी अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प से मुलाक़ात के लिए तैयार हैं, लेकिन इस शर्त के साथ कि वह ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंध हटाएं।

सीएनएन की ऐंकर क्रिस्टियन अमानपुर ने ट्वीट करके यह दावा किया है। उनका कहना है कि न्यूयॉर्क में उन्होंने ज़रीफ़ का इंटरव्यू लिया है, जिसमें उन्होंने यह बात कही है, हालांकि अभी यह इंटरव्यू प्रसारित नहीं हुआ है।