अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प और उनके विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ईरान के साथ समझौते और प्रगति की बात करते हुए दावा किया कि वॉशिंग्टन ईरान में शासन बदलना नहीं चाहता।
पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने मंगलवार को वॉशिंग्टन में मंत्रीमंडल की बैठक में अप्रत्यक्ष रूप से ईरान पर परमाणु बम की प्राप्ति का इल्ज़ाम लगाया। ट्रम्प ने कहाः “वह परमाणु हथियार नहीं रख सकते। हम उनकी मदद करना चाहते हैं।
हम उनके साथ अच्छा बर्ताव करेंगे। हम उनके साथ काम करेंगे। हम जिस तरह होगा उनकी मदद करेंगे, लेकिन वे परमाणु हथियार नहीं रख सकते। हम शासन बदलना नहीं चाहते, कुछ लोग कह रहे हैं कि हम शासन बदलना चाहते हैं।”
उन्होंने अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा पर ईरान के साथ बर्ताव में शासन बदलने की कोशिश का इल्ज़ाम लगाया। ट्रम्प ने दावा कियाः “हम शासन नहीं बदलना चाहते। मैंने राष्ट्रपति ओबामा और कई दूसरे राष्ट्रपतियों को इस तरह की कोशिश करते हुए देखा। हम बिल्कुल ऐसा नहीं चाहते।”
बाद में अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने दावा किया कि ईरान मीज़ाईल कार्यक्रम पर बातचीत करना चाहता है, जिसे तेहरान ने ख़ारिज कर दिया।
युद्धोन्मादी छवि वाले पोम्पियो ने कहाः “ईरानी अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि हम बहुत प्रभावी रहे हैं और इसका नतीजा यह है कि मेरे विचार में कल, या इससे एक दिन पहले पहली बार ईरानियों ने कहा कि वह अपने मीज़ाईल कार्यक्रम के बारे में बातचीत के लिए तय्यार हैं।”
पोम्पियो ने आगे कहाः “हमारे पास अवसर है। मेरे विचार में अगर हम अपनी रणनीति सही तरह से लागू कर सके तो हमारे पास इस बात का अवसर होगा कि ईरान के साथ ऐसा समझौता कर सकें जो उन्हें परमाणु हथियार की प्राप्ति से वास्तव में रोक सके बिल्कुल उसी तरह जिस तरह पिछले समझौते में इस बात की संभावना नहीं थी।”