क्या ईरान से नहीं टकराना चाहता है अमेरिका?

   

आईआरजीसी के डिप्टी कमान्डर इन चीफ़ ने कहा है कि आज इस्लामी गणतंत्र ईरान की रक्षा ताक़त दुश्मन के लिए ख़्वाब बन गयी है।

उन्होंने कहा कि आज अमरीकी ईरान की रक्षा शक्ति का लोहा मान रहे हैं। जनरल अली फ़दवी ने क़ुम में तस्नीम न्यूज़ से इंटरव्यू में, इस्लामी क्रान्ति के पिछले 40 साल के दौरान ईरानी राष्ट्र की दृढ़ता, धैर्य व ईश्वरीय दायित्वों के निर्वाह की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन सब चीज़ों से इस्लामी क्रान्ति आज शक्ति के चरम पर पहुंच गयी और शक्ति का स्रोत बन चुकी है।

उन्होंने कहा कि पिछले हफ़्तों व महीनों की घटनाओं की वजह से अमरीकी और योरोपीय देशों सहित दुनिया वाले इस बात को मान रहे हैं कि इस्लामी क्रान्ति शक्ति का स्रोत बन गयी है और वे रक्षात्मक मुद्रा में आ गए हैं। जनरल अली फ़दवी ने कहा कि आज बहुत से देश और दुनिया के लोग ईरान की शक्ति और इस्लामी क्रान्ति की मज़बूती को समझ गए हैं।

आईआरजीसी के डिप्टी कमान्डर इन चीफ़ ने क्रान्ति के मार्ग को सही बताते हुए कहा कि आज देश की शक्ति से पता चलता है कि इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह ने जो रास्ता अपनाया और जिस मार्ग पर इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता पिछले 30 साल से चल रहे हैं, वह सही रास्ता है और यह सही प्रक्रिया थी जिस पर आग्रह किया जाना चाहिए।