अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान शांति वार्ता रद्द किए जाने को लेकर तालिबान ने कहा है, ‘अमेरिका ने हमारे हजारों लड़ाके मारे, हमने उनका एक सैनिक मार दिया तो वार्ता खत्म कर दी।’
इस पूरे मसले पर तालिबान प्रवक्ता ने एक साक्षात्कार में खुलकर बात की। तालिबान के अनुसार, ‘अफगानिस्तान में जंग का खात्मा अमेरिका और तालिबान दोनों के हित में है।’
UPDATE: At least 48 people killed and dozens more wounded in two separate Taliban attacks in Afghanistan ahead of the elections https://t.co/66nkI1fkA8 pic.twitter.com/9gIdEQgPV0
— Al Jazeera English (@AJEnglish) September 17, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, 6 सितंबर को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हमला कर एक अमेरिकी सैनिक और 11 अन्य लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। उसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में तालिबान संग चल रही शांति वार्ता को खत्म करने का एलान कर दिया था।
इसके बाद जैसा की तालिबान ने चेतावनी दी थी, उसने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं। ऐसे में अमेरिका के लिए तालिबान से सेना की वापसी और कठिन हो गई है।
एक तरफ तालिबान लगातार अमेरिकी सैनिकों को निशाना बना रहा है और दूसरी तरफ उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत दोबारा शुरू करने को कहा है।
तालिबान के मुख्य वार्ताकार शेर मोहम्मद अब्बास ने बीबीसी को दिए एक साक्षात्कार में अमेरिका के लिए कहा है, ‘वो कहते हैं कि उन्होंने हजारों तालिबान लड़ाकों को मारा है। इस दौरान एक अमेरिकी सैनिक मारा जाता है तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो इस तरह प्रतिक्रिया देंगे। क्योंकि दोनों पक्षों की ओर से कोई संघर्ष विराम हुआ ही नहीं है।’