अमेरिका की एक शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ह्यूस्टन में आयोजित होने वाली ‘हाउडी मोदी’ रैली में शामिल होने का अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का फैसला भारतीय-अमेरिकियों के योगदान का वास्तव में ऐतिहासिक सम्मान है।
दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिए कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी वेल्स ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में मोदी के साथ ट्रम्प का शामिल होना हमारे देश की समृद्धि और भारत एवं अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने में भारतीय-अमेरिकियों के योगदान का वास्तव में ऐतिहासिक सम्मान है।’’
Apart from U.S. President Donald Trump’s participation in ‘Howdy, Modi!’ diaspora event, there will be an India-U.S. bilateral when both leaders are in New York City#HowdyModihttps://t.co/G0FGsqQRMF
— The Hindu (@the_hindu) September 18, 2019
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, व्हाइट हाउस ने घोषणा की है कि ट्रम्प 22 सितंबर को ह्यूस्टन रैली में मोदी के साथ शामिल होंगे। इस रैली में 50,000 से अधिक भारतीय-अमेरिकी शामिल होंगे।
सीनेटर टेड क्रूज ने कहा कि वह भारत एवं अमेरिका के संबंधों और भारतीय अमेरिकी समुदाय के योगदान एवं उसकी संस्कृति का जश्न मनाने के लिए ह्यूस्टन में मोदी का स्वागत करने को लेकर उत्सुक है।
‘न्यू अमेरिका’ में ‘लॉ एंड सिक्योरिटी फेलो’ रौनक डी देसाई कहा, ‘‘ह्यूस्टन में मोदी के साथ ट्रम्प के नजर आने से स्वदेश एवं विदेश में दोनों नेताओं को राजनीतिक लाभ होगा।’’
देसाई ने कहा कि जी-7 में दोनों नेताओं की मुलाकात के कुछ ही सप्ताह बाद यह घोषणा इस बात का मजबूत संकेत है कि मौजूदा द्विपक्षीय चुनौतियों के बावजूद अमेरिका और भारत की रणनीतिक साझेदारी की आधारशिला मजबूत है। उन्होंने कहा कि ह्यूस्टन में मोदी के साथ ट्रम्प का नजर आना भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है।