अमरीका में दो दशक पहले मृत्यदंड को बंद कर दिया गया था
ट्रम्प प्रशासन ने अपने अखिरी साल में इस फैसले को मंजूरी दी है
वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन ने अपने इस कार्यकाल के आखिरी साल में एक बड़ा फैसला लिया है।
गुरुवार को प्रशासन ने करीब दो दशक के बाद मृत्युदंड की सजा को दोबारा बहाल किया है। इसके साथ ही पांच हत्यारोपियों की सजा-ए-मौत की भी तारीख तय की। इसके बारे में अमरीकी अटॉर्नी जनरल ने जानकारी दी है।
पत्रिका पर छपी खबर के अनुसार, अटॉर्नी जनरल विलियम बर्र ने इससे संबंधित एक बयान में कहा, ‘न्याय मंत्रालय ने पांच हत्यारों समेत सबसे बुरे (खूंखार) अपराधियों के खिलाफ मृत्युदंड की मांग की है।
सजा सुनाए गए हर आरोपी को पूरी और निष्पक्ष सुनवाई के बाद दोषी ठहराया गया।’ अटॉर्नी ने बताया कि, ‘न्याय मंत्रालय कानून का पालन करता है। हम पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय उपलब्ध कराने के लिए दोषियों को न्यायिक व्यवस्था की ओर से मुकर्रर की गई सजा दिलाने पर तामील करते हैं।’
अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ड्रग माफियाओं और मास शूटरों के लिए मृत्युदंड की सजा का आह्वान किया है। अमरीकी न्याय विभाग ने इस संबंध में जमीनी कार्य करने के लिए अनुरोध किया है।
एक अधिकारी के मुताबिक अटॉर्नी बर्र ने संघीय कारावास ब्यूरो को मृत्युदंड प्रोटोकॉल में प्रस्तावित बदलाव अपनाने का निर्देश दिया। उन्होंने साथ ही उन संभावित कदमों के बारे में भी बात की जो इस नियम को लागू करने के लिए जरूरी होगी।