NRC लागू होने के बाद देश हित में नीतियां बनाने में आसानी होगी। अमित शाह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ विपक्षी पार्टियों द्वारा एनआरसी को सियासी कदम कहा जा रहा है
मोदी सरकार 2.0 में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 खत्म करने के फैसले को काफी मुश्किल फैसला करार देते हुए कहा कि लोगों की भलाई के लिए कुछ साहसी फैसले लेने अनिवार्य हो जाते हैं।
अमित शाह ने यहां महाराष्ट्र सदन में 2018 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि धारा 370 हटाये जाने के बाद एक भी गोली नहीं चली और एक भी इंसान की जान नहीं गई।
Fact Check: 4 Kashmiris Died After Security Forces Action, Yet Amit Shah Says 'No Deaths' https://t.co/PzLVDYcDke via @thewire_in
— Siddharth (@svaradarajan) October 8, 2019
न्यूज़ ट्रैक पर छपी खबर के अनुसार, अमित शाह ने कहा कि कश्मीर के 196 थाना क्षेत्रों में से सिर्फ 10 में धारा 144 लगी हुई है। गृह मंत्री ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा केंद्र शासित प्रदेश नहीं रहेगा।
कश्मीर में हालात सामान्य हो जाने के बाद इसे दोबारा राज्य बना दिया जायेगा। गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ही नहीं बल्कि बेहतर प्रशासन के लिए भी जरूरी है।
Amit Shah said that 'not a single bullet has been fired and not a single person has died' after the scrapping of Article 370.
He also said that J&K would not remain a UT forever, and would regain statehood 'once the situation has normalised'. https://t.co/1qkEiSDzZc
— The Wire (@thewire_in) October 7, 2019
अमित शाह ने कहा कि NRC लागू होने के बाद देश हित में नीतियां बनाने में आसानी होगी। अमित शाह ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ विपक्षी पार्टियों द्वारा एनआरसी को सियासी कदम कहा जा रहा है। यह सियासी नहीं बल्कि संवैधानिक कदम है ताकि विकास का फायदा सभी नागरिकों तक पहुंच सके।