अर्नब गोस्वामी पर एक और मामला दर्ज, महिला पुलिस से मारपीट का आरोप!

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महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को 53 साल के एक इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां की आत्महत्या के पुराने मामले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।

 

एशियानेट न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, यहां से अर्नब को अलीबाग पुलिस थाने लाया गया। यहां अर्नब ने महाराष्ट्र पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए।

 

उन्होंने बताया कि मुझे मारा गया। अर्नब ने कहा, पुलिस स्टेशन में उनका टॉर्चर किया जा रहा है। वहीं, अर्नब पर महिला पुलिस अफसर के साथ मारपीट करने का केस दर्ज किया गया। 

 

अर्नब ने बताया कि उनके चोट के निशान हैं। उन्हें मारा गया है। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी है। उन्होंने कहा, पुलिस स्टेशन में मेरा टॉर्चर किया गया। पूरे देश की जनता इसे देखे।

 

उधर, अर्नब गोस्वामी के वकील ने कहा है कि उनकी गिरफ्तारी की जानकारी उनकी पत्नी को नहीं थी। उनके साथ दो पुलिस अधिकारियों ने मारपीट की।

 

उनके परिवार के सदस्यों को धक्का दिया गया और घर को 3 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। उनके बाएं हाथ पर खरोंच है और उनके हाथ पर मौजूदा चोट के चलते लगी पट्टी को हटाने की कोशिश भी की गई।

 

मुंबई पुलिस बुधवार की सुबह रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी के घर पहुंची और हिरासत में ले लिया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अर्नब गोस्वामी का कहना है कि मुंबई पुलिस ने उनसे मारपीट भी की।

 

अर्नब ने मुंबई पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरे बेटे को मारा। घरवालों से मिलने नहीं दिया। उनसे भी मारपीट की। रिपब्लिक टीवी ने अर्नब के घर के लाइव फुटेज भी दिखाए जिसमें पुलिस और अर्नब के बीच झड़प होती दिख रही है। इसके बाद अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस अपने साथ वैन में ले गई।

 

अर्नब गोस्वामी का कहना है कि मुंबई पुलिस ने उनकी सास, सुसर, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट की। रिपब्लिक टीवी पर प्ले की गई वीडियो के मुताबिक मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के साथ भी मारपीट की।

 

अर्नब पर एक मां और बेटे को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगा है। मामला 2018 का है। 53 साल के एक इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। मामले की जांच सीआईडी की टीम कर रही है।

 

कथित तौर पर अन्वय नाइक के लिखे सुसाइड नोट में कहा गया था कि आरोपियों (अर्नब और दो अन्य) ने उनके 5.40 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया था, इसलिए उन्हें आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा।